Tariff:
Tariff: अमेरिका ने चीन पर 145% टैरिफ लगाया
वॉशिंगटन DC, एजेंसियां। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अमेरिका से बढ़ते टैरिफ विवाद के बीच पहली बार बयान दिया है। उन्होंने कहा कि चीन किसी से डरता नहीं है। पिछले 70 साल में हुआ चीन का विकास कड़ी मेहनत और खुद पर निर्भर रहने का नतीजा है।
जिनपिंग ने कहा कि चीन कभी दूसरों के दान के भरोसे नहीं रहा है। न ही कभी किसी की जबरदस्ती से डरा है। दुनिया कितनी भी क्यों न बदल जाए, चीन परेशान नहीं होगा।
Tariff: ट्रेड वॉर में कोई विजेता नहीं होताः
जिनपिंग ने कहा कि ट्रेड वॉर में कोई विजेता नहीं होता। दुनिया के खिलाफ जाने का मतलब खुद के खिलाफ जाना है। जिनपिंग ने यह बातें स्पेन के पीएम पेड्रो सांचेज से मुलाकात के दौरान कहीं। सांचेज शुक्रवार को चीन दौरे पर पहुंचे हैं।
Tariff: चीन जाने वाले पहले यूरोपीय नेताः
सांचेज ट्रम्प के टैरिफ का ऐलान करने के बाद चीन जाने वाले पहले यूरोपीय नेता हैं। टैरिफ को लेकर सांचेज ने भी ट्रम्प की आलोचना की थी। उन्होंने 8 अप्रैल को कहा था कि ट्रम्प के टैरिफ की वजह से यूरोप नए बाजार तलाशने पर मजबूर होगा। इसके अलावा यूरोपीय देश और चीन दोनों अपने संबंधों को बेहतर करने पर विचार करेंगे।
Tariff: अमेरिका बोला- चीन पर 125% नहीं, 145% टैरिफ लगायाः
अमेरिका ने चीन पर 125% नहीं बल्कि 145% टैरिफ लगा दिया है। व्हाइट हाउस ने यह बात साफ की है। ट्रम्प ने बुधवार को चीन पर 125% टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। इसके बाद गुरुवार को व्हाइट हाउस ने बताया कि इसमें 20% फेंटेनाइल टैरिफ भी जोड़ा गया है, जो मार्च 2025 से लागू था।
Tariff: फेंटेनाइल ड्रग तस्करी में लगा है 20% टैरिफः
ट्रम्प ने चीन पर 4 मार्च को फेंटेनाइल ड्रग तस्करी में कथित रोल की वजह से 20% टैरिफ लगा दिया था। इसे अब तक अलग से गिना जा रहा था। व्हाइट हाउस के मुताबिक चीन पर 125% टैरिफ, 20% फेंटेनाइल टैरिफ। इसमें 1% मिसलेनियस एडजस्टमेंट भी शामिल है। मिसलेनियस एडजस्टमेंट किस वजह से लगाया गया है, अभी तक साफ नहीं हुआ है।
Tariff: अमेरिका में महंगे होंगे चीनी सामानः
चीन पर 145% टैरिफ लगाने का आसान भाषा में मतलब है कि चीन में बना 100 डॉलर का सामान अब अमेरिका में जाकर 245 डॉलर का हो जाएगा। अमेरिका में चीनी सामानों के मंहगे होने से उसकी बिक्री कम हो जाएगी। बता दें चीन ने भी अमेरिका पर जवाबी 84% टैरिफ लगाया है।
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