Swarnarekha and Kharkai rivers:
जमशेदपुर। जमशेदपुर में एक बार फिर बाढ़ जैसे हालात हैं। पूरे कोल्हान में रविवार को झमाझम बारिश हुई। इससे भारी जलजमाव से सामान्य जनजीवन पूरी तरह अस्तव्यस्त हो गया है। पूर्वी सिंहभूम जिले में शनिवार देर शाम से हो रही बारिश के कारण जहां ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है। वहीं, जमशेदपुर की दो प्रमुख नदियां स्वर्णरेखा और खरकई फिर से खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी है। दोनों ही नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है।
Swarnarekha and Kharkai rivers:जिला प्रशासन ने लोगों को किया अलर्टः
खरकई नदी का डेंजर लेवल 129 मीटर निर्धारित है। जिसके ऊपर खरकई नदी की धार 130.65 मीटर पर बह रही है। जबकि स्वर्णरेखा नदी का डेंजर लेवल 121.50 है, जो 121.60 मीटर पर बह रही है। ऐसे में जिला प्रशासन ने शहरी और ग्रामीण दोनों ही स्थानों पर रहने वाले लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है। साथ ही नदी के तटीय और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों में शरण लेने की हिदायत दी है।
Swarnarekha and Kharkai rivers:डैम का फाटक खोलने से उफनाई दोनों नदियाः
रविवार को लगातार बारिश के बाद ओडिशा के ब्यांगविल व खरकई डैम के गेट खोले जाने पर खरकईं और सुवर्णरेखा नदी उफना गयी है। जमशेदपुर बाढ़ सेल के अनुसार, ओडिशा कै डैम से छोड़ा गया पानी रात 10 बजे तक जमशेदपुर पहुंचा। इससे खरकई व सुवर्णरेखा नदी उफना गयी। खरकई नदी का जलस्तर खतरे के निशान ऊपर पहुंच गया। इससे बागबेड़ा नया बस्ती, जुगसलाई, शास्त्रीनगर ब्लॉक नंबर 1,2,.3,4 व 5, कदमा रामनगर, श्यामनगर, हाइगोदाम, सोनारी निर्मल नगर समेत अन्य नदी तटीय निचले इलाकों में जलजमाव की स्थिति बनी हुई है।
दूसरी ओर जमशेदपुर में लगातार हो रही बारिश के कारण दो साल बाद रविवार को शहर के डिमना लेक के चार फाटक खोल दिया गया है। फाटक खोलकर लेक के जलस्तर को कम किया जा रहा है। लगातार बारिश के कारण डिमना लेक का जलस्तर खतरे के निशान 529 फीट से ऊपर बह रहे था। फाटक खोले जाने के बाद बाद जयपल कॉलेनी के कुछ घरों में पानी प्रवेश कर गया।जबकि बालीगुमा खडिया बस्ती, शंकोसाई, रामनगर, श्यामनगर आदि जगहों के निचले इलाकों में भी पानी घुसने का खतरा मंडराने लगा है।
बता दें कि मौसम विभाग के अनुसार, अगले एक सप्ताह तक जमशेदपुर में रुक-रुक कर हत्की से माध्यम दर्जे की बारिश होती रहेगी। ऐसे में 30 जून तक के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, 1 से 3 जुलाई तक येलो अलर्ट जारी किया गया है। जबकि, 4 से 6 जुलाई तक भी बादलों की आवाजाही और बरिश की संभावना है। मौसम विभाग ने लोगों को अनावश्यक रूप से बहर नहीं निकलने की सलाह दी है।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खराब मौसम को देखते हुए अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने निर्देश दिया है। इसके आलोक में जमशेदपुर के डीसी कर्ण सत्यार्थी ने विशेष परिस्थित को छोड़कर सभी सरकारी पदाधिकारी व कर्मचारियों की छुट्टी अगले आदेश तक के लिए रद्द कर दी है। डीसी ने सभी सीओ व बीडीओ को अलर्ट रहने को कहा हैं।
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