Ajmer Taj Mahal:
अजमेर, राजस्थान, एजेंसियां। सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (NGT) के आदेश के बाद अजमेर की आनासागर झील के किनारे स्थित सेवन वंडर पार्क को ध्वस्त करने का काम शुरू कर दिया गया है। इस पार्क में दुनिया के सात अजूबों की प्रतिकृतियां बनाई गई थीं, जिनमें ताजमहल और पीसा की मीनार जैसी संरचनाएं शामिल थीं। प्रशासन और नगर निगम की टीमों ने कड़ी सुरक्षा के बीच पार्क को तोड़ना शुरू किया। क्रेन के माध्यम से एफिल टॉवर को हटाया गया, जबकि ताजमहल और पीसा की मीनार की प्रतिकृतियों को हथौड़े और इलेक्ट्रिक कटर से सुरक्षित तरीके से तोड़ा जा रहा है।
Ajmer Taj Mahal: कार्रवाई का कारण
NGT और सुप्रीम कोर्ट ने पार्क को अवैध घोषित किया था क्योंकि इसे आनासागर झील की जमीन पर पर्यावरणीय नियमों का उल्लंघन करते हुए बनाया गया था। कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए प्रशासन यह सुनिश्चित करना चाहता है कि झील की मूल स्थिति बहाल हो और भविष्य में पर्यावरणीय नियमों का उल्लंघन करने वाले निर्माण को बर्दाश्त न किया जाए।
Ajmer Taj Mahal: पर्यटन और स्थानीय लोगों पर असर
यह पार्क कभी अजमेर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक था, जहां रोजाना बड़ी संख्या में लोग घूमने आते थे। पार्क के हटने से स्थानीय व्यापारियों और निवासियों की रोज़ी-रोटी प्रभावित होने की संभावना है। प्रशासन का कहना है कि कार्रवाई आवश्यक थी ताकि पर्यावरण की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
Ajmer Taj Mahal: पार्क की विशेषताएं
सेवन वंडर पार्क में विश्व के सात अजूबों की प्रतिकृतियां थीं, जिनमें पिरामिड ऑफ गीज़ा (मिस्र), क्राइस्ट द रिडीमर (ब्राज़ील), कोलोसियम (रोम), स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी (अमेरिका) सहित अन्य संरचनाएं शामिल थीं। अब केवल ताजमहल और पीसा की मीनार ही हटाई जाने बाकी हैं।
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