ISIS-K पर हमले का शक
काबुल, एजेंसियां। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हुए आत्मघाती हमले में तालिबान के शरणार्थी मंत्री खलील रहमान हक्कानी की मौत हो गई।
हक्कानी प्रार्थना के लिए शरणार्थी मंत्रालय से बाहर जा रहे थे, तभी विस्फोट हुआ। इसमें 4 बॉडीगार्ड्स की भी मौत हो गई। किसी भी ग्रुप ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली। हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में आतंकी ग्रुप ISIS-K पर शक जताया गया है।
खलील पर अमेरिका ने 50 लाख डॉलर का इनाम रखा था:
खलील हक्कानी अफगानिस्तान में हक्कानी नेटवर्क के प्रमुख लीडर्स में से एक था। अमेरिका ने उसे ग्लोबल टेरेरिस्ट घोषित करते हुए 50 लाख डॉलर (42 करोड़ रुपए) का इनाम रखा था।
हक्कानी नेटवर्क और अफगान तालिबान के बीच काफी अच्छे रिश्ते हैं। 2021 में अफगानिस्तान में तख्तापलट के बाद से अफगान तालिबान और हक्कानी नेटवर्क मिलकर सरकार चला रहे हैं।
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