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नई दिल्ली, एजेंसियां। गुरुवार, 24 जुलाई 2025 को भारतीय शेयर बाजार ने शुरुआती कारोबार में हरे निशान के साथ शुरुआत की, लेकिन जल्दी ही मुनाफावसूली और सेक्टोरल दबाव के कारण इसमें गिरावट आ गई। बीएसई सेंसेक्स 116 अंक टूटकर 82,611 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 13 अंक गिरकर 25,207 के स्तर पर आ गया। यह गिरावट उस समय दर्ज की गई जब वायदा एवं विकल्प (F&O) कॉन्ट्रैक्ट्स की साप्ताहिक एक्सपायरी होने वाली है, जिससे बाजार में अस्थिरता और मुनाफावसूली देखी गई।
IT सेक्टर में सबसे ज्यादा दबाव
IT सेक्टर में सबसे ज्यादा दबाव देखा गया, जहां निफ्टी IT इंडेक्स में 1% की गिरावट आई। Infosys, Persistent Systems और Coforge जैसे कंपनियों के शेयर तिमाही नतीजों के बाद 6% तक लुढ़क गए। TCS, LTIMindtree और Mphasis में भी कमजोरी रही। बैंकिंग सेक्टर भी दबाव में रहा—Kotak Mahindra Bank, ICICI Bank और SBI जैसे हैवीवेट शेयर गिरावट में रहे। वहीं, रियल्टी और प्राइवेट बैंक इंडेक्स भी लाल निशान में बंद हुए। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में क्रमशः 0.07% और 0.2% की गिरावट देखी गई।
वैश्विक बाजारों
हालांकि, कुछ सेक्टरों में तेजी भी देखने को मिली। फार्मा (Sun Pharma, Dr. Reddy’s) और मेटल (JSW Steel) शेयरों में खरीदारी बनी रही। वैश्विक बाजारों से मिले सकारात्मक संकेत जैसे अमेरिका-जापान ट्रेड डील और वॉल स्ट्रीट के रिकॉर्ड स्तर पर बंद होने—के बावजूद घरेलू बाजार स्थिरता नहीं पकड़ सका। S&P 500, Dow Jones और Nasdaq ने बुधवार को नया रिकॉर्ड बनाया, लेकिन उसका असर भारतीय बाजार पर सीमित रहा।
आज के सत्र में Infosys, Bajaj Finance, Nestle India, SBI Life, Adani Energy और Motilal Oswal जैसे कंपनियों के Q1 नतीजों पर निवेशकों की नजर बनी रहेगी।
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