Gaza news:
गाजा, एजेंसियां। गाजा में भुखमरी अब भयावह स्तर पर पहुंच चुकी है। इजरायल की नाकेबंदी और सहायता सामग्री की भारी कमी के चलते, पिछले तीन हफ्तों में 48 लोगों की जान चली गई, जिनमें 20 बच्चे और 28 वयस्क शामिल हैं। गाजा सिटी के पेशेंट्स फ्रेंड्स हॉस्पिटल समेत कई अस्पतालों में हालात बेहद गंभीर हैं, जहां इलाज के लिए दवाइयां और पौष्टिक आहार तक नहीं है।
न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. राना सोबोह ने बताया
हॉस्पिटल की न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. राना सोबोह ने बताया कि बच्चे इतने कमजोर हैं कि न रो सकते हैं, न हिल सकते हैं। उन्होंने कहा, “ये एक मानवता की आपदा है।” पिछले हफ्ते चार दिनों में पांच बच्चों की मौत हो गई, जिनमें से चार की गैस्ट्रिक अरेस्ट और एक की पोटैशियम की कमी से मौत हुई। वह बच्ची सिर्फ साढ़े चार साल की थी।
यूएन के अनुसार
एक लाख से अधिक महिलाएं और बच्चे तुरंत मेडिकल सहायता के मोहताज हैं, लेकिन संसाधनों की भारी कमी इस काम में बाधा बन रही है। हालत यह है कि हॉस्पिटल स्टाफ को भी ड्रिप लगानी पड़ रही है क्योंकि वे भी भूखे हैं। रिफ्यूजी कैंपों में वयस्क भी भुखमरी का शिकार हो रहे हैं। यजान नाम का दो वर्षीय बच्चा खाने की कमी से अस्थि-पंजर बन चुका है। उसके माता-पिता के पास केवल दो बैंगन हैं, जिन्हें उबालकर कई दिन गुजारने को मजबूर हैं।
इजरायल का दावा
इजरायल का दावा है कि हमास सहायता सामग्री लूट रहा है, जबकि यूएन और राहत एजेंसियां इसे नकारती हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि सहायता तत्काल नहीं पहुंचाई गई, तो गाजा में भुखमरी से होने वाली मौतें और तेज़ी से बढ़ेंगी।
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