नई दिल्ली, एजेंसियां: देश के लोगों को जल्द ही कई नये रेगुलर बैंक मिलने वाले हैं।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इसके लिए स्मॉल फाइनेंस बैंकों से आवेदन मांगा है। अगर वे नियमों और शर्तों के अनुकूल रहा तो जल्द ही उन्हें रेगुलर या यूनिवर्सल बैंक का दर्जा दिया जा सकता है।
बताया जा रहा है कि आरबीआई ने 1,000 करोड़ रुपये के न्यूनतम शुद्ध संपत्ति (नेटवर्थ) होने समेत निर्दिष्ट मानदंडों को पूरा करने वाले छोटे वित्त बैंकों से आवेदन मांगा है।
आरबीआई ने नवंबर, 2014 में निजी क्षेत्र में लघु वित्त बैंकों (एसएफबी) को लाइसेंस देने से संबंधित दिशानिर्देश जारी किए थे।
इस समय, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक, इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक और उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक सहित करीब एक दर्जन एसएफबी हैं।
आवेदन की नियम और शर्त
आरबीआई ने कहा कि नियमित बैंक बनने का लक्ष्य रखने वाले एसएफबी की पिछली तिमाही के अंत में न्यूनतम शुद्ध संपत्ति 1,000 करोड़ रुपये होनी चाहिए।
इसके अलावा उस बैंक के शेयर किसी मान्यता प्राप्त शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने चाहिए।
बीते दो वित्त वर्षों में इस एसएफबी का शुद्ध लाभ भी होना चाहिए और पिछले दो वित्त वर्षों में उसका जीएनपीए (सकल एनपीए) और एनएनपीए (शुद्ध एनपीए) क्रमशः तीन प्रतिशत और एक प्रतिशत से कम या उसके बराबर होना चाहिए।
जानकारी के अनुसार आपको बताते चलें कि जो स्मॉल फाइनेंस बैंक नियमित बैंक बनेंगे, उनके खाताधारकों पर सीधा कोई असर नहीं पड़ने वाला है। ये बैंकिंग की एक प्रक्रिया है।
हालांकि, उनके खाते में जमा रुपया या बैंक में किया निवेश पहले से ज्यादा सुरक्षित हो जाएगा। ग्राहक हित के कई नियम बैंक में लागू हो जाएगें।
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