Sonam Wangchuk:
लेह, एजेंसियां। जलवायु कार्यकर्ता और हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ़ अल्टरनेटिव्स (HIAL) के सह-संस्थापक सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी के बाद उनकी पत्नी गीतांजलि अंगमो ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि उनके पति के साथ बिना किसी कारण और बिना सुनवाई के अपराधी जैसा व्यवहार किया गया। लद्दाख को राज्य का दर्जा और संवैधानिक सुरक्षा देने की मांग को लेकर हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के दो दिन बाद सोनम को उनके गांव उल्याकटोपो से गिरफ्तार किया गया था।
सोनम फिलहाल जोधपुर सेंट्रल जेल में है
सोनम को लद्दाख के DGP एस. डी. सिंह जामवाल के नेतृत्व में एक पुलिस दल ने गिरफ्तार कर जोधपुर सेंट्रल जेल में रखा गया। यहां उनकी मेडिकल जांच पूरी हो चुकी है और उन्हें हाई सिक्योरिटी वार्ड में रखा गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोनम वांगचुक को बुधवार की हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया था, हालांकि जलवायु कार्यकर्ता ने इन आरोपों का खंडन किया है।
गीतांजलि ने कहा
गीतांजलि ने कहा, “यह लोकतंत्र का सबसे बुरा रूप है… बिना किसी सुनवाई और कारण के उन्हें अपराधी की तरह पकड़ा गया। सरकार जानबूझकर उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचा रही है।” उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि सोनम को गलत तरीके से ‘राष्ट्र-विरोधी’ के रूप में पेश किया जा रहा है।गीतांजलि ने केंद्र सरकार के किसी भी अधिकारी को प्राइम टाइम टीवी पर ‘लाइव’ बहस के लिए चुनौती दी, ताकि उनके पति पर लगे आरोपों, जिनमें FCRA और सीबीआई जांच शामिल हैं, पर खुलकर चर्चा हो सके।साथ ही उन्होंने भाजपा के सिद्धांतों पर भी सवाल उठाया और कहा, “केंद्र की नीति सत्य पर आधारित नहीं है। अगर बुद्धिजीवियों और नवप्रवर्तकों के साथ ऐसा ही व्यवहार चलता रहा, तो भारत का विश्वगुरु बनने का सपना मुश्किल हो जाएगा।”
गीतांजलि का यह बयान सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी और उसके पीछे की सरकारी कार्रवाई पर गंभीर सवाल खड़ा करता है, और मामले की राजनीतिक और सामाजिक संवेदनशीलता को बढ़ा देता है।
इसे भी पढ़ें