रांची। ईडी की टीम गुरुवार की सुबह से रांची जिला पुलिस में पदस्थापित दारोगा मीरा सिंह के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।
ईडी के अधिकारियों को अब तक मीरा सिंह के ठिकानों से 8 मोबाइल और 15 लाख नगद मिला है।
फिलहाल ईडी की छापेमारी जारी है। मामले में रांची पुलिस के कोई भी अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
बता दें कि मीरा सिंह सत्ता की करीबी मानी जाती रही है। यह छापामारी जमीन घोटाला के सिलसिले में की जा रही है।
खूंटी में महिला थानेदार रहते हुए मीरा सिंह को एक बार रिश्वत लेते भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने गिरफ्तार किया था।
मीरा सिंह के करीबी जमीन कारोबारी सह कांग्रेस के प्रदेश सचिव लाल मोहित नाथ शाहदेव के यहां भी छापामारी हो रही है।
बता दें कि मीरा सिंह 2012 बैच की दारोगा हैं। मीरा सिंह सत्ता के करीबी रही हैं। इतना करीबी कि एक दफा डीजीपी को भी उनके तबादले का आदेश वापस लेना पड़ा था।
25 फरवरी, 2021 को खूंटी में थाना प्रभारी रहते हुए मीरा सिंह को एसीबी ने 15 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था।
यह मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है। रांची जिला में स्थानांतरित होने के बाद दारोगा मीरा सिंह को दो साल पहले तुपुदाना ओपी का थाना प्रभारी बनाया गया था।
मीरा सिंह पर तुपुदाना ओपी प्रभारी रहते भी गंभीर आरोप लग चुके हैं। उन्हें पद से हटाने की भी अनुशंसा हुई है।
डीजीपी ने हज़ारीबाग़ स्थानांतरित करने का आदेश जारी किया था। अपनी पहुंच के बल पर मीरा सिंह ने स्थानांतरण को रुकवाया। डीजीपी को अपना आदेश वापस लेना पड़ा।
विवादों से मीरा का गहरा नाता
मीरा सिंह का विवादों से गहरा नाता रहा है। भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री सह ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास भी पूर्व में कई बार सरकार को पत्र लिखकर मीरा सिंह पर करवाई की मांग कर चुके हैं।
झारखंड उच्च न्यायालय, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में भी दारोगा मीरा सिंह पर पहले से मुकदमा चल रहा है।
दारोगा मीरा सिंह के करीबी जमीन कारोबारी सह कांग्रेस के प्रदेश सचिव लाल मोहित नाथ शाहदेव के तुपुदाना स्थित आवास पर भी ईडी की टीम छापेमारी कर रही है।
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