Jamtara cyber criminals:
जामताड़ा। आपने नेटफ्लिक्स की वेबसीरीज जामताड़ा तो देखी ही होगी। इसमें दिखाया गया है कि जामताड़ा के साइबर ठगों के बीच सिम कार्ड की कितनी डिमांड है। हजारो सिम वहां हर सप्ताह बिकते हैं। इस सीरीज ने जामताड़ा साइबर ठगों की पूरी कार्यशैली का खुलासा करके रख दिया था।
अब जामताड़ा साइबर थाना पुलिस ने एक ऐसे साइबर अपराधी को दबोचा है, जिसने फर्जी आईडी पर खरीदे गए सिम कार्ड का बड़ा नेटवर्क खड़ा कर रखा था। आरोपी की पहचान करमाटांड़ थाना क्षेत्र के नावाडीह निवासी अकबर हुसैन के रूप में हुई है। इस मामले ने एक बार फिर जामताड़ा वेब सीरीज की याद दिला दी है।
पुलिस ने पकड़े गये युवक के पास से 377 असम नंबर के सिम कार्ड, इंडिगो फ्लाइट टिकट, तीन एटीएम कार्ड, दो मोबाइल और एक आधार कार्ड बरामद किया है।
पहली बार इतने बड़े पैमाने पर सिम मिलाः
एसपी राजकुमार मेहता ने जानकारी दी कि संभवत: यह झारखंड का पहला मामला है, जब किसी अपराधी के पास से इतने बड़े पैमाने पर बाहर के प्रदेश से मंगवाए गए सिम कार्ड मिले हों।
हवाई जहाज से असम, ट्रेन से लौटता जामताड़ाः
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि अकबर हुसैन बकायदा इंडिगो की फ्लाइट पकड़कर असम पहुंचता था। वहां से फर्जी आईडी पर बड़ी संख्या में सिम कार्ड खरीदता और फिर ट्रेन से जामताड़ा लौटता।
इसके बाद वह यह सिम कार्ड 1500 से 2500 रुपए प्रति सिम के हिसाब से साइबर अपराधियों को बेचता था। इन सिम कार्ड्स का इस्तेमाल गिरिडीह, देवघर, जामताड़ा और बिहार के सीमावर्ती जिलों के साइबर ठग ठगी के धंधे में करते थे।
पुलिस की सटीक सूचना पर हुई कार्रवाईः
साइबर थाना प्रभारी मनोज कुमार महतो के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम को इनपुट मिला था कि अकबर हुसैन सिम कार्ड की बड़ी खेप लेकर जामताड़ा पहुंचा है।
सूचना के आधार पर करमाटांड़ के मुर्गाबनी गांव के पास छापेमारी की गई और आरोपी को धर दबोचा गया। पुलिस ने बताया कि यह शातिर लंबे समय से सीधे तौर पर ठगी के धंधे में शामिल था। 21 अप्रैल 2021 को इसके खिलाफ साइबर थाना जामताड़ा में ठगी का केस भी दर्ज है।
बड़े सिंडिकेट के सुरागः
एसपी मेहता के अनुसार प्रारंभिक जांच से साफ है कि अकबर हुसैन अकेले यह काम नहीं कर रहा था। असम से सिम कार्ड की इतनी बड़ी सप्लाई के पीछे बड़े सिंडिकेट के शामिल होने की आशंका है।
अपराधी यहां कार्ड बेचकर रकम ऑनलाइन असम के सरगना को भेज देता था। पुलिस अब इस नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। फिलहाल आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है। इस खुलासे से यह भी साफ हो गया है कि जामताड़ा में साइबर ठगी का धंधा अभी थमा नहीं है, बल्कि खूब फल फूल रहा है।
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