Shibu Soren:
रांची। झारखंड आंदोलन के प्रणेता, पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के संस्थापक शिबू सोरेन का सोमवार सुबह दिल्ली में निधन हो गया। वे पिछले कुछ समय से गंभीर रूप से बीमार थे और दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। उनके निधन से न केवल झारखंड बल्कि पूरे देश में शोक की लहर है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार
सरकारी सूत्रों के अनुसार, गुरुजी का पार्थिव शरीर आज शाम 6 बजे दिल्ली से विशेष विमान द्वारा रांची एयरपोर्ट लाया जाएगा। झारखंड के मुख्यमंत्री और उनके पुत्र हेमंत सोरेन स्वयं दिल्ली से पार्थिव शरीर के साथ रांची पहुंचेंगे। एयरपोर्ट पर राज्य सरकार की ओर से उन्हें राजकीय सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी जाएगी।रांची एयरपोर्ट से गुरुजी के पार्थिव शरीर को जनता के अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके पश्चात पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव नेमरा (जिला रामगढ़) ले जाया जाएगा, जहां पूरे आदिवासी रीति-रिवाजों और राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
4 से 6 अगस्त तक राजकीय शोक
गौरतलब है कि झारखंड सरकार पहले ही 4 से 6 अगस्त तक तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा कर चुकी है। इस दौरान राज्यभर में तिरंगा आधा झुका रहेगा और सभी सरकारी कार्यालय 4 और 5 अगस्त को बंद रहेंगे।
‘दिशोम गुरु’
‘दिशोम गुरु’ के नाम से प्रसिद्ध शिबू सोरेन को झारखंड की आत्मा और आदिवासी समाज की मजबूत आवाज के रूप में जाना जाता है। उनके निधन को राज्य की राजनीति और सामाजिक चेतना के लिए अपूरणीय क्षति माना जा रहा है।
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