Sheikh Hasina:
ढाका,एजेंसियां। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनकी बेटी साइमा वाजेद पुतुल की कानूनी परेशानियां और बढ़ गई हैं। ढाका की एक अदालत ने भ्रष्टाचार के एक मामले में दोनों समेत 17 अन्य लोगों के खिलाफ नया गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। आरोप है कि इन्होंने धोखाधड़ी से आवासीय भूखंड हासिल किया।
Sheikh Hasina: क्या है पूरा मामला?
भ्रष्टाचार निरोधक आयोग (ACC) ने 12 जनवरी 2025 को यह मामला दर्ज किया था। आरोप है कि साइमा पुतुल ने तत्कालीन प्रधानमंत्री और अपनी मां शेख हसीना की पोजीशन का दुरुपयोग करते हुए RAJUK (राजधानी विकास प्राधिकरण) की जमीन पाने के लिए नियमों की अनदेखी की।
रिपोर्ट के मुताबिक, वह पहले से ही ढाका में आवासीय संपत्ति की मालकिन थीं, इसके बावजूद उन्होंने नया प्लॉट लेने के लिए आवेदन किया, जो कानूनन गलत था।
Sheikh Hasina: अदालत की टिप्पणी
ढाका मेट्रोपॉलिटन सीनियर स्पेशल जज जाकिर हुसैन गालिब ने चार्जशीट स्वीकार करते हुए कहा कि सभी आरोपी फिलहाल फरार हैं, इसलिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। कोर्ट ने भ्रष्टाचार निरोधक आयोग को इस मामले से जुड़ी जांच रिपोर्ट 4 मई तक जमा करने का निर्देश दिया है।
Sheikh Hasina: साइमा पुतुल का वर्तमान पद
साइमा वाजेद पुतुल, जो शेख हसीना की बेटी हैं, वर्तमान में नई दिल्ली स्थित विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के दक्षिण-पूर्व एशियाई क्षेत्र की क्षेत्रीय निदेशक के रूप में कार्यरत हैं।
Sheikh Hasina: पहले भी जारी हो चुके हैं वारंट
यह पहली बार नहीं है जब शेख हसीना और उनके करीबी लोगों पर कानूनी शिकंजा कसा गया हो। इससे पहले बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने मानवता के खिलाफ अपराध और जबरन गायब करने जैसे आरोपों को लेकर हसीना, उनकी बहन शेख रेहाना और कई अधिकारियों के खिलाफ दो अलग-अलग गिरफ्तारी वारंट जारी किए थे।
Sheikh Hasina: नया आरोप: 4,000 करोड़ टका की बर्बादी
अब एसीसी ने मुजीब शताब्दी समारोह में 4,000 करोड़ टका की कथित बर्बादी को लेकर भी नई जांच शुरू की है। इसमें शेख हसीना, उनकी बहन शेख रेहाना और एक पूर्व अधिकारी शामिल हैं। यह रकम राष्ट्रीय खजाने से खर्च की गई थी, जिसे लेकर अब सवाल उठाए जा रहे हैं।
यह मामला आने वाले दिनों में बांग्लादेश की राजनीति और अंतरराष्ट्रीय छवि पर बड़ा असर डाल सकता है।
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