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वाशिंगटन, एजेंसियां। अमेरिका द्वारा लागू किए गए टैरिफ का असर भारतीय बाजारों पर लगातार दूसरे दिन भी दिखाई दे रहा है। 4 अप्रैल 2025 को कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन, शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स लगभग 600 अंक गिरकर 60,000 के नीचे चला गया, जबकि निफ्टी में भी करीब 200 प्वाइंट्स की गिरावट देखने को मिली।
इस गिरावट के साथ, भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 84.99 के स्तर पर पहुंच गया, जो पहले दिन भी गिरावट दर्शाता है।
Sensex: टैरिफ फैसले का असर
अमेरिका के टैरिफ फैसले का असर अमेरिकी शेयर बाजारों पर भी देखा जा रहा है। डोनाल्ड ट्रंप के फैसले के बाद ट्रेड वॉर और आर्थिक मंदी की आशंका बढ़ गई है, जिसका सबसे बुरा असर अमेरिकी शेयर बाजारों पर पड़ा।
कोविड-19 के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि अमेरिकी शेयर बाजारों में इतनी बड़ी गिरावट आई। एस एंड पी 500 इंडेक्स में 4.8% की गिरावट आई, जो जून 2020 के बाद एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट है।
इस गिरावट के कारण अमेरिकी बाजारों को करीब 2.4 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान हुआ। साथ ही, डॉउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 4% और नैस्डैक कंपोजिट में 6% की गिरावट देखी गई, जो कोरोना महामारी के दौरान देखी गई गिरावट के समान है।
Sensex: बड़ी टेक कंपनियों और क्रूड ऑयल में आई गिरावट
इस व्यापारिक युद्ध और कमजोर आर्थिक रफ्तार के कारण वॉल स्ट्रीट पर दबाव बढ़ता हुआ नजर आया। बड़ी टेक कंपनियों और क्रूड ऑयल के दाम में गिरावट आई, और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अन्य मुद्राओं में भी कमजोरी देखी गई। हालांकि, इस समय निवेशकों ने सोने में निवेश को बेहतर विकल्प माना, क्योंकि सोने की कीमतों में वृद्धि हुई।
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