लाहौर, एजेंसियां : पाकिस्तान में स्वतंत्रता सेनानियों भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की 93वीं पुण्यतिथि मनाने के लिए अगले सप्ताह आयोजित होने वाले एक कार्यक्रम की अचूक सुरक्षा व्यवस्था की मांग करते हुए शनिवार को यहां एक अदालत में याचिका दायर की गई।
याचिका में अदालत से आग्रह किया गया कि वह किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सरकार को यहां शादमान चौक पर 23 मार्च को होने वाले कार्यक्रम के लिए अचूक सुरक्षा व्यवस्था प्रदान करने और कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा द्वार लगाने का निर्देश दे। अदालत सोमवार को इस याचिका पर सुनवाई कर सकती है।
भगत सिंह मेमोरियल फाउंडेशन के वकील इम्तियाज रशीद कुरैशी ने अपनी याचिका में कहा कि पंजाब सरकार ने शादमान चौक पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम की सुरक्ष के लिए उनके अनुरोध पर विचार नहीं किया।
इसी शादमान चौक के स्थान पर 93 वर्ष पहले भगत सिंह को उनके दो साथियों के साथ फांसी दी गई थी।
कुरैशी ने अदालत को ‘भगत सिंह की याद में एक सत्र’ के लिए चरमपंथी तत्वों से अतीत में मिली धमकियों के बारे में भी बताया।
अविभाजित भारत की आजादी के लिए लड़ने वाले भगत सिंह को 23 मार्च, 1931 को शिवराम राजगुरु और सुखदेव थापर के साथ ब्रिटिश शासकों ने फांसी दे दी थी।
भगत सिंह का उपमहाद्वीप में न केवल सिखों और हिंदुओं द्वारा बल्कि मुसलमानों द्वारा भी सम्मान किया जाता है।
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