रांची। लोकसभा चुनाव 2024 अब अपने अंतिम दौर में है। छह चरणों के मतदान हो चुकें है। झारखंड में भी 11 सीटों पर मतदान हो चुका है।
अब अंतिम चरण में संताल परगना की तीन सीटों पर मतदान होगा। दुमका, गोड्डा और राजमहल में एक जून को मतदान है।
इससे पहले संताल में राजनीति गर्म हो गई है। कल 28 मई को पीएम मोदी दुमका आएंगे। वे दुमका एयरपोर्ट मैदान में जनसभा को संबोधित करेंगे।
इससे पहले पीएम मोदी आधा दर्जन बार झारखंड में चुनावी प्रचार-प्रसार कर चुके हैं। इसबार वे सीता सोरेन के पक्ष में वोट मांगेंगे।
सीता सोरेन पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं और नई नवेली भाजपा में शामिल हुई हैं। भाजपा ने सुनिल सोरेन का टिकट काटकर सीता को दुमका में उतारा है।
सुनिल सोरेन 2019 में भाजपा की टिकट पर दुमका से चुनाव जीते थे। उन्होंने 2019 में शिबू सोरेन को 45 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हराया था।
इस बार शिबू सोरेन लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। झामूमो की और से दुमका में नलिन सोरेन चुनावी मैदान में हैं।
दुमका लोकसभा सीट पर दशकों से सोरेन परिवार का कब्जा रहा है। 1977 के बाद दुमका में 12 बार चुनाव हुए हैं।
इसमें आठ बार शिबू सोरेन ने जीत अपने नाम की है और मात्र चार बार अन्य नेता जीत पाए हैं।
भले ही शिबू सोरेन इसबार चुनाव नहीं लड़ रहे हो लेकिन इस बार भी दुमका की रेस में एक दावेदार सोरेन परिवार से मौजूद है।
सीता सोरेन अब भले झामूमो में नहीं है लेकिन वे अब भी सोरेन परिवार से ही हैं। शिबू सोरेन अबतक उनके खिलाफ प्रचार करने दुमका नहीं गये हैं, लेकिन परिवार की ही एक और सदस्य और झामूमो की उभरती हुई नेता कल्पना सोरेन दुमका की लड़ाई में पार्टी का पक्ष रख रहीं हैं।
वे लगातार दुमका में चुनावी रैलियां कर रहीं हैं। नलिन सोरेन के पक्ष में वोट मांग रही हैं। दुमका में 34 प्रतिशत आबादी आदिवासियों की है।
चुनाव में आदिवासी वोटर निर्णायक भूमिका निभाते हैं। साथ में मुसलमान वोटर भी 14 प्रतिशत की आबादी के साथ जीत हार का अंतर तय करते हैं।
राहुल गांधी भी 30 मई को दुमका में जनसभा करेंगे। संताल परगना में कांग्रेस की भी दावेदारी है। कांग्रेस ने गोड्डा सीट से प्रदीप यादव को टिकट दिया है।
राहुल गांधी दुमका से ही संताल को साधने का प्रयास करेंगे। संताल परगना में तीन लोकसभा क्षेत्र हैं। दुमका , गोड्डा और राजमहल।
2019 में भाजपा ने दुमका और गोड्डा में जीत दर्ज की थी वहीं जेएमएम ने राजमहल सीट को अपने नाम किया था।
इस बार संताल परगना का क्या मूड है ये 1 जून को ईवीएम में रिकॉर्ड होगा और चार जून को इसका फैसला आएगा।
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