हत्या की राजनीति से लाल झंडा को कमजोर नहीं किया जा सकता : डॉ अशोक
रातू। कामरेड सुभाष मुंडा आदिवासियों और गरीबों की जमीन की लूट के खिलाफ अपराधी तत्वो के सामने एक बड़ी बाधा थे। इसलिए एक बड़ी साजिश के तहत उनकी हत्या कर दी गयी।
लेकिन उनकी हत्या से इस इलाके में लाल झंडा को कमजोर करने का शोषकों का षडयंत्र विफल हो गया। आज रक्त बीज की तरह लाल झंडा के समर्थक बढ रहे हैं।
यह बात आज शहीद सुभाष मुंडा की स्मृति में आयोजित श्रद्धांजलि सह संकल्प सभा को संबोधित करते हुए सीपीआई (एम) के पोलिट ब्यूरो सदस्य और अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अशोक ढावले ने कही।
उन्होंने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में झारखंड की जनता ने भाजपा का कद छोटा करने का काम किया। इसलिए आगामी विधानसभा चुनाव में भी इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए झारखंड के मतदाताओं द्वारा भाजपा का कद छोटा ही नहीं किया जाए बल्कि उसे चुनाव में शून्य सीट तक पहुंचाने का प्रयास किया जाये।
सभा को संबोधित करते हुए जनवादी नौजवान सभा के पूर्व अखिल भारतीय महासचिव तापस सिन्हा ने कहा कि शहीद सुभाष मुंडा आज भी युवाओं की स्मृति में जिंदा हैं और आगे भी रहेंगें।
क्योंकि वे झारखंड में युवा आंदोलन के एक प्रमुख स्तम्भ थे तथा युवाओं के मुद्दों को लेकर हमेशा संघर्ष की अगली कतार में रहते थे।
संकल्प सभा को पार्टी के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव, सुभाष मुंडा की पत्नी कृति मुंडा समेत झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेताओं समेत विभिन्नसामाजिक संगठनों और आदिवासी आदिवासी छात्र संघ के अध्यक्ष सुशील उरांव ने भी सम्बोधित किया।
इसके पूर्व दलादिली स्थित सुभाष चौक पर सुभाष मुंडा की प्रतिमा के पास जूटे सैकड़ों लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद एक विशाल जुलूस निकालकर सभा स्थल की ओर रवाना हुए।
सभा स्थल पर जिला सचिव सुखनाथ लोहरा द्वारा शोक प्रस्ताव पेश किए जाने के बाद नगड़ी के प्रखंड प्रमुख मधुआ कच्छप की अध्यक्षता में संकल्प सभा शुरू हुई।
सभा में झारखंड मुक्ति मोर्चा के नंद किशोर मेहता, मुश्ताक आलम, सीपीएम के संजय पासवान, शिवना उरांव, ज्ञानी उरांव, बुधराम उरांव, मंगलेश्वर ताना भगत, प्रो. रंथु उरांव, केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की, क्षेत्रीय पहडा समिति के अजीत उरांव, अमित मुंडा, शहीद के माता – पिता, प्रकाश टोप्पो, पार्षद पुष्पा तिर्की, वीना लिंडा, जोहार पार्टी के कुशवाहा विजय कुमार महतो, प्रफुल्ल लिंडा, शंकर उरांव, अमित मुंडा समेत कई लोग मौजूद थे। धन्यवाद ज्ञापन शहीद की मां छोटन देवी ने किय।
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