रांची। पूर्व मंत्री आलमगीर आलम के पीएस रहे संजीव लाल और उसका नौकर जहांगीर आलम करोड़पति निकले।
ईडी की जांच में दोनों के पास करोड़ों रुपए की संपत्ति मिली है। पिछले साल ही जहांगीर आलम ने 50 लाख रुपए का फ्लैट और 25.71 लाख रुपए की 9.75 डिसमिल जमीन खरीदी थी।
वहीं संजीव लाल ने बरियातू में 81 लाख रुपए का 2000 स्क्वायर फीट का घर और पुंदाग में पत्नी रीता लाल के नाम 24 लाख की 8.60 डिसमिल जमीन खरीदी थी।
यह जमीन पुंदाग मौजा में एक ही खाते की है, जो 10 महीने के अंदर खरीदी गई। जहांगीर ने 47 लाख की जमीन 25.71 लाख में तो संजीव ने 41 लाख की जमीन 24.50 लाख में खरीदी थी।
खास बात यह है कि दोनों ने ही सरकारी दर से आधी कीमत पर यह जमीन खरीदी। अब ईडी ने जिला प्रशासन से लैंड रिकॉर्ड मांगा है।
सस्ती जमीन कैसे मिली और रुपए कहां से आए, इसकी जांच हो रही है। जांच में पता चला है कि संजीव ने जब भी संपत्ति खरीदी, जहांगीर को भी दिलाया। जमीन हो या घर, संजीव ने सभी सौदा जहांगीर के माध्यम से कराया।
खुद को अधिकारी बताता था जहांगीर
अब चर्चा शुरू हो गई है कि आखिर जहांगीर संजीव का नौकर था या पार्टनर। आलमगीर का पीएस रहने के दौरान संजीव और जहांगीर की नजदीकी काफी बढ़ गई थी।
वह खुद को झारखंड प्रशासनिक सेवा का अधिकारी बताता था। यहां तक कि सरकारी अधिकारियों के सामने भी खुद के अधिकारी होने की बात कहकर रौब झाड़ता था।
बरियातू हाउसिंग कॉलोनी में संजीव को घर बेचने वाले स्वर्णजीत सिंह गिल से भी ईडी पूछताछ कर रही है।
ईडी पता कर रही है कि वास्तव में उन्होंने कितने रुपए में संजीव को घर बेचा था। क्योंकि रजिस्ट्री के समय बताया गया था कि गिल ने यह मकान 81.55 लाख रुपए में दिया था।
लेकिन जमीन का रकबा 10 कट्ठा (16.52 डिसमिल) का बाजार मूल्य इससे कहीं ज्यादा है। गिल ने कहा कि उनके पूरे पैसों का भुगतान भी नहीं किया गया है।
संजीव ने रजिस्ट्री के बाद पैसे देने का वादा किया था। इसी बीच ईडी ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। अब बकाया मिलने की उम्मीद नहीं बची है।
मैंने तो अधिकारी देखकर मकान बेचा था। पता नहीं था कि यह भ्रष्ट अधिकारी है।
चेक से किया गया था भुगतान
रीता लाल की ओर से जमीन मालिक पुंदाग निवासी विंदेश्वर राम को 24.50 लाख रुपए का भुगतान किया गया।
वहीं जहांगीर जमीन मालिक को 25.71 लाख रुपए का भुगतान किया। इनमें 51 हजार कैश और शेष राशि चेक से दी गई।
यह जमीन पुंदाग निवासी आकाश कुमार, मनुवा देवी और नारायण महतो के नाम है। इसका पावर ऑफ अटॉर्नी पुंदाग के चारघरवा निवासी मो. एजाज खान को दिया गया था।
संजीव लाल के घर खरीदने के 8 महीने बाद जहांगीर ने खरीदा फ्लैट
संजीव लाल ने 29 मार्च 2023 को घर खरीदा था। इसके आठ माह बाद जहांगीर ने ईदगाह ग्राउंड के पास सर सैयद रेसिडेंसी में फर्स्ट फ्लोर पर एक फ्लैट अपने नाम पर रजिस्ट्री कराई।
यह 995 स्क्वायर फीट का फ्लैट 49.98 लाख रुपए में लिया। फिर रीता लाल और जहांगीर ने राजधानी के नगड़ी अंचल के पुंदाग मौजा में थाना नंबर 228, खाता नंबर 52 व सब प्लॉट 1277 में 8.60 डिसमिल और 9.75 डिसमिल जमीन की रजिस्ट्री कराई थी।
रजिस्ट्री के समय जो दस्तावेज दिए गए, उसके मुताबिक जमीन मालिक ने रीता व जहांगीर को सरकारी दर से करीब आधी कीमत पर जमीन दी थी।
दस्तावेज में 8.60 डिसमिल जमीन का सरकारी मूल्य 41 लाख 49 हजार 800 रुपए है। जबकि, रीता लाल और विक्रेता के बीच 24.50 लाख रुपए में सौदा तय हुआ था।
वहीं जहांगीर ने 9.75 डिसमिल जमीन 25.71 लाख रुपए में लिया था, जिसका सरकारी मूल्य 47 लाख चार हजार 700 रुपए है।
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