मॉस्को,एजेंसियां: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 16 मई को चीन की दो दिवसीय यात्रा पर जाएंगे।
रूस के राष्ट्रपति पद की 5वीं बार शपथ लेने के बाद व्लादिमिर पुतिन अपना पहला विदेशी दौरा करने वाले हैं।
क्रेमलिन द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक व्लादिमिर पुतिन 16-17 मई को चीन की यात्रा करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है कि दोनों बड़े देशों का कई लोकतंत्रों और नाटो के साथ विवाद बढ़ रहा है।
दोनों ही अफ्रीका, पश्चिम एशिया और दक्षिण अमेरिका में प्रभाव स्थापित करना चाहते हैं।
रूस-चीन में व्यापक साझेदारी और रणनीतिक सहयोग के दायरे को बढ़ाने के लिए चर्चा करेंगे।
इसके साथ ही इस दौरे में दोनों देशों के बीच आगे के व्यावहारिक सहयोग के लिए रूपरेखा तैयार की जाएगी और अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर एक साथ काम करने के लिए चर्चा होगी।
इस यात्रा में उम्मीद है कि वार्ता के बाद राष्ट्रपति जॉइंट प्रेस कांफ्रेंस और कई द्विपक्षीय समझौतों पर साइन करेंगे।
यूक्रेन युद्ध के बाद चीन और रूस के बीच व्यापार तेजी से बढ़ा है। चीन ने रूस पर लगे प्रतिबंधों के बाद रूस से सस्ते दामों में गैस और तेल खरीदा है।
चीन के कस्टम फिगर के मुताबिक दोनों देशों के बीच होने वाला ट्रेड 2023 में 240 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है।
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