Religious conversion:
जमशेदपुर। जमशेदपुर के कालिंदी बस्ती में कथित धर्मांतरण को लेकर विवाद हो गया। सूचना मिलते ही भाजपा नेता और कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए और हंगामा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग ईसाई धर्म का प्रचार करते हुए धर्मांतरण करा रहे हैं।
सूचना मिलते ही पुलिस ने की कार्रवाईः
सूचना मिलते ही सीतारामडेरा थाना की पुलिस क्यूआरटी के साथ मौके पर पहुंची। पुलिस ने मौके से 11 लोगों को हिरासत में लिया गया। पुलिस ने घटनास्थल से धार्मिक साहित्य, प्रचार सामग्री और धर्मांतरण से संबंधित कई दस्तावेज भी बरामद किए।
पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायतें दर्ज कीः
कालिंदी समिति के पीछे जिस घर में प्रार्थना हो रही थी, वह आयुष सिंह का है। इसे एक साल से ईसाई समुदाय के एक व्यक्ति ने किराए पर लिया है। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायतें दर्ज की हैं। वहीं थाने लाने के बाद दोनों पक्षों से पूछताछ की फिर जांच के बाद दोनों पक्षों को छोड़ दिया गया।
प्रार्थना की आड़ में धर्मांतरण का आरोपः
इस मामले को लेकर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष गुंजन यादव ने आरोप लगाया कि कालिंदी बस्ती रोड नंबर-5 स्थित मकान संख्या 231 में ईसाई समुदाय के लोग प्रार्थना सभा की आड़ में धर्म परिवर्तन करा रहे थे। उन्होंने बताया कि सूचना पर वे पुलिस की मौजूदगी में पहुंचे।
वहां महिला, पुरुष और युवतियों की बड़ी संख्या में मौजूदगी में कथित धर्मांतरण कराया जा रहा था। उनके साथ अमित अग्रवाल, अभिमन्यु सिंह, उमेश साव, दिलीप पासवान, शिशिर कालिंदी, विकास बाउरी समेत कई लोग मौजूद थे।
लगाए जा रहे आरोपों को किया खारिज
झारखंड स्टेट नेशनल क्रिश्चियन काउंसिल के एनएस राजू ने आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि वहां पिछले एक साल से हर रविवार को नियमित प्रार्थना सभा होती है। इसमें किसी भी समुदाय का व्यक्ति शामिल हो सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपाइयों द्वारा प्रार्थना सभा में घुसकर धर्म परिवर्तन का आरोप लगाना गलत और सांप्रदायिक द्वेष पैदा करने जैसा है।
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