Bihar Elections:
पटना,एजेंसियां। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में इस बार चुनावी परिस्थितियां काफी दिलचस्प और जटिल नजर आ रही हैं। महागठबंधन के सहयोगी दल RJD, कांग्रेस और CPI ने अपने-अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं, जिससे कई सीटों पर सीधे मुकाबले की स्थिति बन गई है। हालांकि महागठबंधन दावा कर रहा है कि उनकी स्थिति मजबूत है, लेकिन जमीन पर उलझनें और टकराव स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं।
कांग्रेस के प्रवीण कुशवाहा और RJD के रजनीश यादव:
कई प्रमुख सीटों पर प्रत्यक्ष मुकाबला देखने को मिल रहा है। कहलगांव सीट पर कांग्रेस के प्रवीण कुशवाहा और RJD के रजनीश यादव आमने-सामने हैं। बछवारा में कांग्रेस के गरीबदास और CPI के अवधेश राय में मुकाबला तय हो चुका है। वैशाली सीट पर कांग्रेस के संजीव कुमार और RJD के अजय कुशवाहा आमने-सामने हैं, जबकि जाले में कांग्रेस के नौशाद की टक्कर RJD के ऋषि मिश्रा से है। चनपटिया सीट पर कांग्रेस के अभिषेक रंजन और RJD की उम्मीदवार सौरव कुमार की पत्नी मैदान में हैं। लालगंज और घोसी सीटों पर भी स्थिति इसी तरह सीधी टक्कर की बनी हुई है।
विश्लेषकों का कहना है
विश्लेषकों का कहना है कि यदि यह स्थिति बरकरार रहती है तो चुनाव परिणाम काफी हद तक अनुमानित किया जा सकता है, क्योंकि महागठबंधन के भीतर सीटों का आपसी समन्वय नहीं होने से वोट शेयर पर असर पड़ सकता है। इसके अलावा, यह टक्कर न केवल पार्टीयों की ताकत का संकेत देगी, बल्कि स्थानीय उम्मीदवारों की स्वीकार्यता और उनकी चुनावी रणनीति का भी परीक्षण करेगी।
इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के सहयोगी दलों के बीच सीट साझा की कमी और स्थानीय मुद्दों पर जोर देने से चुनावी समीकरण और भी पेचीदा हो गए हैं। आने वाले दिनों में इन सीटों पर प्रत्याशियों की गतिविधियां और जनसंपर्क कार्यक्रम पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है, क्योंकि ये मुकाबले विधानसभा चुनाव के परिणाम को काफी प्रभावित कर सकते हैं।
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