रांची। झारखंड उत्पाद सिपाही बहाली की दौड़ में युवाओं की जान जाने का सिलसिला अभी थमा नही है।
इसे देखते हुए झारखंड सरकार ने फिलहाल उत्पाद सिपाही की दौड़ तीन दिन के लिए स्थगित कर दी है।
अब तक 12 अभ्यर्थियों की मौत
दरअसल, 60 मिनट में 10 किलोमीटर की दौड़ लगाने के दौरान अबतक 12 अभ्यर्थियों की मौत हो चुकी है। अधिकांश की उम्र 25 वर्ष से कम है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तीन अभ्यर्थियों का पोस्टमार्टम रिम्स में हुआ। इसमें खुलासा हुआ कि अभ्यर्थियों की मौत हार्ट अटैक से हुई है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार दौड़ के दौरान अचानक अभ्यर्थियों का ब्लड प्रेशर (बीपी) बढ़ रहा है और वे हार्ट अटैक के शिकार हो रहे है।
हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण गर्मी और 10 किलोमीटर की लंबी और थकाऊ दौड़ है। हालांकि यह दौड़ तीन से पांच सितंबर तक नहीं होगी।
इस पर ऐहतियातन रोक लगाने के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की घोषणा के बाद पुलिस मुख्यालय ने इस संबंध में आदेश जारी किया है।
बिना प्रैक्टिस इतनी लंबी दौड़ ठीक नहीः चिकित्सक
रिम्स रांची के सीनियर डाक्टर संजय सिंह का कहना है कि बिना प्रैक्टिस इतनी लंबी दौड़ उचित नहीं है। लगातार इतनी लंबी दौड़ लगाना आम इंसान के लिए संभव नहीं है।
वहीं, सदर अस्पताल के मेडिकल अफसर डा शेखर का कहना है कि बिना प्रैक्टिस और बिना एक्सरसाइज 10 किमी की दौड़ ठीक नहीं है।
दौड़ पूरी करनी है, यह सोच कर अभ्यर्थी लगातार भागते हैं। इससे बीपी बढ़ता है, तो उन्हें लगता है कि दौड़ की वजह से पसीना आ रहा है।
वे इसे गंभीरता से नहीं लेते हैं। लेकिन जब असहजता महसूस हो तो तुरंत बैठ जाना चाहिए। हार्ट अटैक के लिए उम्र सीमा तय नहीं है। 28 साल से कम उम्र के भी युवा को हार्ट अटैक आ रहा है।
झारखंड में 7 केंद्रों पर हो रही बहाली दौड़
बता दें कि झारखंड में 583 उत्पाद सिपाही की भर्ती के लिए सात केंद्रों पर शारीरिक दक्षता परीक्षा हो रही है।
अभ्यर्थी को शारीरिक दक्षता परीक्षा पास करने के लिए 60 मिनट में 10 किमी की दौड़ पूरी करनी है। वहीं, महिला अभ्यर्थियों को 40 मिनट में पांच किमी की दौड़ पूरी करनी होती है।
इससे पहले महिलाओं के लिए 30 मिनट में पांच किमी की दौड़ का प्रावधान था, जिसे 2017 में संशोधित किया गया था। गौरतलब है कि झारखंड में उत्पाद सिपाही की दौड़ 22 अगस्त से चल रही है।
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