Rats are not alcoholics:
धनबाद। झारखंड के चूहे शराबी नहीं हैं। जांच में खुलासा हुआ है कि धनबाद जिले में चूहों ने 800 बोतल शराब नहीं पी, बल्कि घपला हुआ है। बता दें कि धनबाद जिले की शराब दुकानों के कर्मचारियों ने दावा किया था कि “800 शराब की बोतलें चूहों ने पी लीं।”
जांच में सामने आई सच्चाईः
जांच रिपोर्ट में मामले की सच्चाई सामने आ गई है। इस अनोखे बहाने की पोल अब खुल चुकी है। जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री योगेंद्र प्रसाद को सौंप दी है, जिसमें कहा गया है कि चूहों द्वारा शराब पीने का दावा पूरी तरह से झूठा है।

चूहों पर लगाया था दोष, इंसानों की निकली करतूत!
दरअसल, जांच में पाया गया कि जिन बोतलों को चूहों द्वारा गटकने की बात कही जा रही थी, वो पहले से ही खाली थीं। यानी न तो ढक्कन कुतरे गए थे और न ही कोई चूहा बोतल की ओर फटका। मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने कहा कि इस मामले में प्लेसमेंट एजेंसी और जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिला के सहायक उत्पाद आयुक्त को नोटिस जारी कर दिया गया है।
कैसे हुआ था मामला वायरल?
बात उस वक्त की है जब झारखंड सरकार की नई शराब नीति लागू होने से पहले स्टॉक की जांच की जा रही थी। इसी दौरान धनबाद की एक शराब दुकान से 800 बोतलें खाली मिलने पर कर्मचारियों ने दावा किया कि ये सब चूहे पी गए। यह अजीबो-गरीब दावा सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और खूब चटकारे लेकर चर्चा भी हुई।
कार्रवाई की तैयारीः
सच्चाई सामने आने के बाद सरकार ने साफ किया है कि इस लापरवाही या गड़बड़ी को हल्के में नहीं लिया जाएगा। जिम्मेदारों पर कार्रवाई तय है।
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