Cyber fraudster:
रांची। झारखंड की राजधानी रांची में एक सेवानिवृत्त प्रोफेसर के साथ 49.98 लाख रुपये की बड़ी साइबर ठगी का मामला सामने आया है। तिलकामांझी विश्वविद्यालय भागलपुर के वनस्पति शास्त्र विभाग के पूर्व प्रोफेसर, जो रांची के बूटी मोड़ क्षेत्र में रहते हैं, ने 14 मई को साइबर अपराध थाना में शिकायत दर्ज कराई। आरोप है कि कुछ लोगों ने उन्हें सीबीआई, एनसीबी और एनआईए जैसे केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारी बताकर व्हाट्सएप वीडियो कॉल किया और सरकारी वर्दी पहने नकली अधिकारियों का वीडियो दिखाकर 300 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग में फंसाने की धमकी दी।
धमकी देकर मानसिक दबाव बनाया
धमकी देकर मानसिक दबाव बनाकर पीड़ित से उनके बैंक खाते का सत्यापन कराते हुए ₹49,98,888 रुपये की ठगी की गई। पुलिस ने गुजरात के जूनागढ़ जिले के कोडीनार से आरोपी रवि हसमुखलाल गोधनिया को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से मोबाइल फोन, सिम कार्ड, एटीएम कार्ड, हार्ड डिस्क और व्हाट्सएप चैट बरामद हुई है, जो ठगी के सबूत हैं।
जांच में पता चला कि आरोपी के नाम पर इंडियन बैंक के खाते में यह राशि जमा हुई थी, जिसे पुलिस ने फ्रीज करा दिया है। आरोपी के खिलाफ बेंगलुरु में भी प्राथमिकी दर्ज है। पुलिस ने बताया कि साइबर अपराधी पहले पीड़ित को डराकर वीडियो कॉल करते हैं और नकली सरकारी वर्दी दिखाकर ठगी करते हैं। इस गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान कर गिरफ्तार किया जाएगा।
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