Sadar Hospital:
रांची। रांची के सदर अस्पताल में अब मरीजों को कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की जांच के लिए प्राइवेट लैब्स के चक्कर नहीं लगाने होंगे। स्वास्थ्य विभाग ने यहां अत्याधुनिक डिजिटल पेट-सीटी स्कैन मशीन लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह राज्य का पहला जिला अस्पताल होगा, जहां इस प्रकार की हाईटेक मशीन स्थापित की जाएगी। इसके संचालन के लिए पीपीपी (Public-Private Partnership) मोड अपनाया जाएगा और उम्मीद है कि इसे जल्द ही अस्पताल में स्थापित कर दिया जाएगा।
कैंसर जांच में मिलेगी राहत:
पेट-सीटी स्कैन मशीन खासतौर पर कैंसर की जांच में बेहद कारगर मानी जाती है। यह कैंसर के स्टेज, फैलाव और इलाज की प्रभावशीलता को मापने के लिए महत्वपूर्ण है। अब तक मरीजों को यह जांच कराने के लिए प्राइवेट डायग्नोस्टिक सेंटर या दूसरे राज्यों की लैब्स पर निर्भर रहना पड़ता था, जहां जांच का खर्च 18,000 से 24,000 रुपये तक होता था। खासकर आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए यह बहुत बड़ा बोझ होता था। सरकारी अस्पताल में इस सुविधा के शुरू होने से गरीब और मध्यमवर्गीय मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।
अन्य बीमारियों की पहचान भी संभव:
इस मशीन का उपयोग न केवल कैंसर की पहचान के लिए, बल्कि न्यूरो और हृदय संबंधी बीमारियों की पहचान में भी किया जाएगा। इससे डॉक्टरों को मरीजों की स्थिति का सटीक आकलन करने में मदद मिलेगी और बेहतर इलाज की योजना बनाई जा सकेगी। राज्य के हेल्थ सेक्टर में लंबे समय से सुविधाओं की कमी थी, लेकिन अब सदर हॉस्पिटल में इस तरह की हाईटेक मशीन लगने से न केवल मरीजों को सस्ती जांच उपलब्ध होगी, बल्कि झारखंड और आसपास के राज्यों के मरीजों को भी लाभ मिलेगा। यह कदम राज्य के स्वास्थ्य ढांचे को भी मजबूती देगा और सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करेगा।
राज्य से बाहर के मरीजों को भी मिलेगा लाभ:
यह सुविधा रांची सदर अस्पताल में शुरू होने से न केवल झारखंड के बल्कि आसपास के राज्यों के मरीजों को भी बड़ी राहत मिलेगी। सदर हॉस्पिटल की इस पहल को दूसरे राज्यों के अस्पताल भी फॉलो कर रहे हैं, जो एक सकारात्मक बदलाव का संकेत है।
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