Rajnath Singh:
नई दिल्ली, एजेंसियां। संसद के मॉनसून सत्र में सोमवार, 28 जुलाई 2025 को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर पर सरकार का रुख स्पष्ट करते हुए जोरदार जवाब दिया। उन्होंने इसे भारत की सैन्य क्षमता, रणनीतिक नेतृत्व और आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक नीति का परिचायक बताया।
राजनाथ सिंह ने कहा
राजनाथ सिंह ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की हत्या के बाद भारत ने चुप रहने के बजाय 6-7 मई की रात को जवाबी सैन्य कार्रवाई की, जिसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया। इस कार्रवाई के दौरान पाकिस्तान में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया।
उन्होंने बताया कि इस हमले में 100 से अधिक आतंकवादी, उनके ट्रेनर, हैंडलर और सहयोगी मारे गए, जिनका संबंध जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों से था। ये सभी संगठन ISI और पाकिस्तानी सेना के समर्थन से काम करते थे।
राजनाथ सिंह ने कहा
राजनाथ सिंह ने कहा कि इस अभियान की योजना बनाते समय भारतीय सेना ने हर पहलू का ध्यानपूर्वक विश्लेषण किया ताकि पाकिस्तान के आम नागरिकों को कोई नुकसान न पहुंचे, लेकिन आतंकियों को करारा जवाब मिले।
सदन में सबसे ज्यादा ध्यान उनके इस बयान पर गया जब उन्होंने कहा,”पाकिस्तान ने कहा – अब रोक दीजिए महाराज!” इस पर पूरे सदन में तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी। राजनाथ सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत ने यह कार्रवाई किसी अंतरराष्ट्रीय दबाव में नहीं रोकी, बल्कि रणनीतिक उद्देश्य की पूर्ति के बाद सीजफायर पर सहमति दी गई।उन्होंने अंत में भारतीय सेना और सभी बलों के प्रति राष्ट्र की ओर से कृतज्ञता और संबल व्यक्त किया।
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