Air India:
नई दिल्ली, एजेंसियां। टाटा ग्रुप की एयर इंडिया के खिलाफ नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) की जांच में गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं। 1 से 4 जुलाई के बीच गुरुग्राम स्थित एयर इंडिया मुख्यालय में हुए विस्तृत ऑडिट में लगभग 100 नियमों का उल्लंघन पाया गया है। ये खामियां मुख्य रूप से क्रू ट्रेनिंग, ड्यूटी अवधी, विश्राम नियम और एयरफील्ड सर्टिफिकेशन से जुड़ी हैं। DGCA ने एयर इंडिया को इन उल्लंघनों पर 23 जुलाई को चार कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। इनमें से सात उल्लंघन ‘लेवल-1’ कैटेगरी में आते हैं, जो गंभीर सुरक्षा जोखिम माने जाते हैं और तत्काल सुधार जरूरी होते हैं।
इससे पहले 21 जून को DGCA ने एयर इंडिया के तीन अधिकारियों को क्रू शेड्यूलिंग और रोस्टरिंग जिम्मेदारियों से हटाने का आदेश भी दिया था। यह सख्ती 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही फ्लाइट AI171 की भीषण दुर्घटना के बाद आई है, जिसमें 242 में से 241 यात्रियों और 19 लोगों की जमीन पर मौत हो गई थी।
AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट में बताया
एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की प्रारंभिक रिपोर्ट में बताया गया कि टेक-ऑफ के बाद दोनों इंजनों की फ्यूल सप्लाई अचानक बंद हो गई थी। कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में पायलटों के बीच भ्रमित स्थिति साफ दिखी, जिससे दुर्घटना की गंभीरता का पता चलता है।एयर इंडिया ने DGCA की टिप्पणियां स्वीकार करते हुए कहा है कि वह नियत समय में सुधारात्मक कदम उठाएगी और पूरी पारदर्शिता के साथ सहयोग कर रही है। एयरलाइन ने यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया है।
विशेषज्ञों का कहना
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर एयर इंडिया ने जल्द सुधार नहीं किया, तो इससे उसकी संचालन प्रणाली, प्रतिष्ठा और भविष्य की उड़ानों पर गहरा असर पड़ सकता है। DGCA की कड़ी निगरानी अभी भी जारी है।
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