मास्को, एजेंसियां। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि वे जंग में समझौते को लेकर यूक्रेन से बातचीत के लिए तैयार हैं।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, पुतिन ने कहा है कि भारत, चीन या ब्राजील दोनों देशों के बीच मध्यस्थता कर सकते हैं।
रूस के शहर व्लादिवोस्तोक में ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम (EEZ) में बातचीत के दौरान पुतिन ने कहा कि 2022 में जब जंग शुरू हुई थी, तब तुर्किये ने दोनों देशों के बीच समझौता कराने की कोशिश की थी।
हालांकि, उन शर्तों को कभी लागू नहीं किया गया था। अब नए सिरे से बातचीत शुरू करने के लिए पिछली कोशिश को आधार बनाया जा सकता है।
जंग रोकने के लिए पुतिन की शर्ते
फरवरी 2022 में युद्ध शुरू होने के एक महीने बाद रूस और यूक्रेन के बीच तुर्किये की राजधानी इस्तांबुल में कई दौर की बातचीत हुई थी।
इसका मकसद जंग रोकना था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जंग रोकने के लिए दो शर्तें रखी थीं।
उन्होंने कहा था कि यूक्रेन को दोनेत्स्क, लुहांस्क, खेरसोन और जपोरजिया से अपने सैनिक हटाने होंगे।
इसके अलावा यूक्रेन कभी भी नाटो का हिस्सा नहीं बनेगा। हालांकि यूक्रेन ने इन शर्तों को मानने से इनकार कर दिया था।
जेलेंस्की ने कहा था- भारत में करवा सकते हैं पीस समिट
पुतिन का यह बयान तब आया है जब PM मोदी करीब 2 महीने पहले 8 जुलाई को रूस के दौरे पर गए थे। यहां उन्होंने पुतिन से जंग रोकने पर चर्चा की थी।
इसके कुछ समय बाद PM मोदी 23 अगस्त को यूक्रेन का भी दौरा किया था। इस दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने भारत में दूसरा पीस समिट करवाने की इच्छा जाहिर की थी।
वहीं जेलेंस्की के साथ बैठक में PM मोदी ने कहा था, ‘भारत हमेशा से शांति के पक्ष में रहा है। मैं कुछ दिन पहले रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मिला था। तब मैंने मीडिया के सामने उनकी आंख से आंख मिलाकर कहा था कि यह युद्ध का समय नहीं है।’
इसे भी पढ़ें
मोदी बोले- मैंने पुतिन से आंख मिलाकर कहा, यह युद्ध का समय नहीं