Premananda Maharaj:
वृंदावन, एजेंसियां। मथुरा-वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज के आश्रम में एक भक्त ने अपनी अनोखी समस्या लेकर पहुंचा, जिसे सुनकर वहां मौजूद सभी लोग हैरान रह गए। उस भक्त ने बताया कि उसने अब तक 150 से ज्यादा मर्दों से संबंध बनाए हैं, लेकिन अब वह इस जीवनशैली से बाहर निकलना चाहता है। वह महाराज से मदद मांग रहा था कि कैसे वह इन संबंधों से छुटकारा पाए।
प्रेमानंद महाराज ने मुस्कुराते हुए कहा, “यह आपकी उपज नहीं है। ये आपके मन में जमा हुआ भ्रम है। अगर आप इससे लड़ेंगे और आत्मविश्वास बनाए रखेंगे तो यह आपकी छवि खराब नहीं होने देगा। हमारा शरीर संसार को जीतने के लिए है, मिटाने के लिए नहीं।” इस जवाब से भक्त काफी खुश हुआ और उसने जीवन में सुधार का संकल्प लिया।
Premananda Maharaj:प्रेमानंद महाराज के पांच जीवन मंत्र:
सुबह ठाकुर जी के चरण छूकर उनके चरणजल का सेवन करें। इससे अकाल मृत्यु और रोग दूर होते हैं।
घर से निकलते समय कम से कम 11 बार “कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने” मंत्र का जाप करें। इससे बुरे प्रभाव और दुर्घटना से सुरक्षा मिलती है।
दिन में 20-30 मिनट भजन-कीर्तन का संकीर्तन करें, जो मानसिक शांति और आनंद देता है।
रोज 11 दंडवत प्रणाम करें, इससे पुनर्जन्म नहीं होता।
वृंदावन की रज माथे और बालों पर लगाएं, जिससे जीवन में सकारात्मकता और मंगल आता है।
प्रेमानंद महाराज की ये सरल लेकिन गहन बातें भक्तों के लिए जीवन में नई राह दिखाती हैं और जीवन में सुख-शांति लाने का उपाय बताती हैं।
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