रांची। झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर भारत निर्वाचन आयोग की टीम ने रांची के होटल रेडिशन ब्लू में राजनीतिक दलों के साथ मैराथन बैठक की।
इस बैठक में कांग्रेस, भाजपा, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), राजद, और आजसू सहित नौ राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस दौरान सभी दलों ने आयोग के समक्ष अपनी मांगें रखीं।
भाजपा की प्रमुख मांगे
- गृह सचिव वंदना दादेल को चुनाव कार्य से अलग किया जाए।
- बांग्लादेशी घुसपैठियों का पहचान पत्र रद्द किया जाए।
- त्योहारों को ध्यान में रखते हुए मतदान की तिथि घोषित की जाए।
- कम से कम चरणों में मतदान हो।
कांग्रेस की प्रमुख मांगे
- अफवाह फैलाने वाले भाजपा नेताओं को झारखंड में आने से रोका जाए।
- 15 नवंबर के बाद चुनाव कराए जाएं।
- त्योहारों को ध्यान में रखते हुए चुनाव की तिथि की घोषणा की जाए।
- कम से कम चरणों में मतदान हो।
झामुमो की प्रमुख मांगे
- झारखंड स्थापना दिवस (15 नवंबर) को ध्यान में रखते हुए मतदान की तिथि तय की जाए।
- चुनाव के दौरान केंद्रीय बलों की प्रतिनियुक्ति की जाए।
- जाति और धर्म को लेकर भड़काऊ भाषा के इस्तेमाल पर रोक लगाई जाए।
- कम से कम चरणों में मतदान हो।
आजसू की प्रमुख मांगे
- चुनाव तय तिथि पर ही कराए जाएं।
- निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से कई चरणों में चुनाव कराए जाएं।
सुझावों पर विचार का मिला आश्वासन
बैठक के दौरान राजनीतिक दलों ने चुनावी प्रक्रिया को सुचारु और निष्पक्ष बनाने के लिए अपने सुझाव दिए।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सभी सुझावों पर विचार करने का आश्वासन दिया। चुनाव आयोग की यह बैठक राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
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