Bihar Elections 2025:
पटना, एजेंसियां। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बुर्का पहनकर मतदान करने वाली महिलाओं के मुद्दे ने सियासत में हलचल पैदा कर दी है। बीजेपी ने चुनाव आयोग से मांग की है कि मतदान केंद्रों पर बुर्का या पर्दा पहनकर आने वाली महिलाओं के चेहरे का उनके मतदाता पहचान पत्र (EPIC) से सख्त मिलान किया जाए। पार्टी का दावा है कि इससे फर्जी वोटिंग रोकी जा सकेगी और मतदान प्रक्रिया पारदर्शी बनेगी। इसके साथ ही बीजेपी ने चुनाव को एक या दो चरणों में कराने की भी मांग की है।
बीजेपी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व बिहार
बीजेपी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने किया। उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि चरणबद्ध चुनाव की आवश्यकता नहीं है और बुर्का पहनकर मतदान करने वाली महिलाओं के चेहरे का मिलान किया जाए, ताकि वास्तविक मतदाता ही मतदान करें।”
इस मांग पर विपक्षी दल RJD ने तीखा प्रहार किया है। RJD के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने इसे चुनावी साजिश करार दिया और कहा कि बीजेपी अल्पसंख्यक महिलाओं को निशाना बनाकर वोट बैंक तोड़ने की कोशिश कर रही है। उनका कहना है कि हाल ही में मतदाता सूची को अपडेट किया गया है और नई फोटो वाली EPIC जारी की जा रही है, जिससे पहचान की कोई समस्या नहीं है।
सभी प्रमुख दलों के साथ की बैठक
चुनाव आयोग ने सभी प्रमुख दलों के साथ बैठक की। इसमें JDU ने एक चरण में चुनाव कराने का सुझाव दिया, जबकि LJP और CPI(ML) ने दो चरणों की संभावना जताई। आयोग ने अभी चुनावी कार्यक्रम की घोषणा नहीं की है, लेकिन अक्टूबर-नवंबर में 243 सीटों पर मतदान होने की संभावना है।
यह मुद्दा पहले भी लोकसभा चुनावों में उठ चुका है। सुप्रीम कोर्ट ने 2010 में स्पष्ट किया था कि धार्मिक आस्था के नाम पर बुर्का पहनकर मतदान संभव नहीं है और फोटो युक्त मतदाता पहचान पत्र अनिवार्य है।बीजेपी इसे मतदान की पारदर्शिता सुनिश्चित करने का कदम बता रही है, जबकि विपक्ष इसे ध्रुवीकरण का हथियार मान रहा है। बिहार चुनाव से पहले यह विवाद अल्पसंख्यक वोट बैंक को लेकर सियासी लड़ाई को और गर्मा सकता है।
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