PM Modi Trump call:
नई दिल्ली, एजेंसियां। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को फोन कॉल के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि भारत और अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हैं। दोनों नेताओं ने वैश्विक सुरक्षा, क्षेत्रीय स्थिरता और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर चर्चा की।
ट्रंप ने पीएम मोदी को फोन कर दिवाली की शुभकामनाएं दीं
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी को फोन कर दिवाली की शुभकामनाएं दीं। इस बातचीत की जानकारी प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर साझा की। उन्होंने लिखा, “राष्ट्रपति ट्रंप, आपके फोन कॉल और दिवाली की शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। रोशनी के इस त्योहार पर हमारे दो महान लोकतंत्र दुनिया को उम्मीद की रोशनी देते रहें और हर तरह के आतंकवाद के खिलाफ एकजुट रहें।”
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में दिवाली मनाई
उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में दिवाली मनाई। उन्होंने दीये जलाकर भारत के लोगों को शुभकामनाएं दीं। ट्रंप ने कहा, “मैं भारत के लोगों को हमारी ओर से हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। आज मेरी प्रधानमंत्री मोदी से बेहतरीन बातचीत हुई। हमने व्यापार और वैश्विक शांति पर चर्चा की। कुछ समय पहले हमने पाकिस्तान के साथ युद्ध न होने की बात की थी, और अब भारत-पाकिस्तान के बीच शांति बनी हुई है। यह बहुत अच्छी बात है। प्रधानमंत्री मोदी एक शानदार व्यक्ति हैं और वर्षों से मेरे अच्छे मित्र बन चुके हैं।”
ट्रंप का भारत के साथ व्यापारिक संबंधों पर सकारात्मक संकेत
ट्रंप ने भारत के साथ व्यापारिक संबंधों को लेकर भी सकारात्मक संकेत दिए। उन्होंने कहा कि दोनों देश “बेहतरीन समझौतों” पर काम कर रहे हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध पर बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी भी इस युद्ध को खत्म होते देखना चाहते हैं और रूस से तेल खरीद में काफी कटौती की है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने दावा किया कि उनका प्रशासन पूरी दुनिया में शांति स्थापित करने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा, “हम मध्य पूर्व में भी शांति स्थापित कर रहे हैं। कई देशों ने वहां शांति के लिए समझौते किए हैं। हमास की स्थिति को लेकर हमने कड़े कदम उठाए हैं। अगर वे शांति समझौते का सम्मान नहीं करेंगे, तो उनका जल्द समाधान किया जाएगा। आज मध्य पूर्व में पहले से अधिक स्थिरता है और कई देश जो पहले एक-दूसरे के विरोधी थे, अब साथ आ रहे हैं।” इस बातचीत को दोनों देशों के बीच गहरी रणनीतिक साझेदारी और वैश्विक स्थिरता की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
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