Ravi Shastri:
नई दिल्ली, एजेंसियां। टीम इंडिया के पूर्व मुख्य कोच और क्रिकेट विशेषज्ञ रवि शास्त्री ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) से आग्रह किया है कि वे अधिक से अधिक भारतीय खिलाड़ियों को विदेशी टी20 लीग में खेलने की अनुमति दें। उनका मानना है कि अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ खेलने का अनुभव भारतीय खिलाड़ियों के लिए बेहद लाभकारी होगा और उनके खेल में परिपक्वता और रणनीतिक समझ बढ़ेगी।
शास्त्री ने कहा
शास्त्री ने कहा कि जैसे आईपीएल ने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया, वैसे ही विदेशी लीगों में खेलने से खिलाड़ी नई तकनीक, अलग माहौल और खेल की नई सोच सीखते हैं। वर्तमान में बीसीसीआई अपने सक्रिय खिलाड़ियों को विदेशी टी20 लीग में खेलने की अनुमति नहीं देता। केवल वे खिलाड़ी जो टेस्ट, वनडे और टी20 सभी प्रारूपों से सेवानिवृत्त हो चुके हैं, एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) प्राप्त करने के बाद ही विदेशी लीग में हिस्सा ले सकते हैं।
पूर्व कोच ने इस नीति में बदलाव की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि भारत में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, लेकिन सभी को राष्ट्रीय टीम या आईपीएल में जगह नहीं मिल पाती। ऐसे में विदेशी लीग में खेलने की स्वतंत्रता युवा खिलाड़ियों के करियर को संवारने में मददगार साबित हो सकती है।
शास्त्री ने हाल ही में स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की भी सराहना की
शास्त्री ने हाल ही में बीबीएल में शामिल होने वाले अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के कदम की भी सराहना की। अश्विन सिडनी थंडर फ्रेंचाइजी के साथ अनुबंध कर विदेशी लीग में खेलने वाले पहले प्रमुख भारतीय क्रिकेटर बने। शास्त्री ने कहा कि ऐसे उदाहरण अन्य खिलाड़ियों को भी प्रेरित करेंगे और उन्हें अलग माहौल में दबाव झेलना और नए कौशल सीखना सिखाएंगे।
शास्त्री ने निष्कर्ष देते हुए कहा
शास्त्री ने निष्कर्ष देते हुए कहा, “विदेशी लीग का अनुभव किसी भी खिलाड़ी के लिए सबसे बड़ा स्कूल होता है। अलग कोचिंग स्टाइल, दबाव की परिस्थितियां और अंतरराष्ट्रीय अनुभव खिलाड़ियों को तेजी से विकसित करते हैं।”
इस कदम से भारतीय क्रिकेट के युवा खिलाड़ियों को वैश्विक मंच पर खेलने और अपने कौशल को निखारने का अवसर मिलेगा।
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