Patna first metro:
पटना, एजेंसियां। पटना मेट्रो परियोजना को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है। शहर के प्राथमिक कॉरिडोर पर 15 अगस्त 2025 से मेट्रो सेवा शुरू करने की तैयारी के तहत तीन कोच वाली पहली मेट्रो ट्रेन का निर्माण पुणे में कर लिया गया है और अब वह पटना के लिए रवाना हो चुकी है, जो 18 जुलाई तक डिपो में पहुंचने की संभावना है। प्रत्येक कोच को अलग-अलग बड़े ट्रकों पर लोड करके लाया जा रहा है। पटना पहुंचने के बाद तकनीकी टीम द्वारा कोच में जरूरी पार्ट्स को एसेंबल किया जाएगा, जिसमें करीब 10 दिन का समय लगेगा। इसके बाद 6.107 किमी लंबे प्राथमिक कॉरिडोर पर ट्रायल रन शुरू किया जाएगा।
हर कोच में 300 यात्रियों की क्षमता होगी
यह मेट्रो ट्रेन टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड द्वारा निर्मित है, जिसे दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) की मदद से खरीदा गया है। दरअसल, कोचों की खरीदारी जायका फंड से होनी थी, लेकिन फंड में देरी के चलते राज्य सरकार ने DMRC को 115 करोड़ रुपये की सहायता दी, जिससे पटरी, लिफ्ट, एस्केलेटर और तीन डिब्बों वाली एक मेट्रो ट्रेन की खरीद की गई। हर कोच में 300 यात्रियों की क्षमता होगी, यानी तीन डिब्बों की मेट्रो में प्रति ट्रिप 900 यात्री सफर कर सकेंगे।

प्रारंभिक चरण में मेट्रो
प्रारंभिक चरण में मेट्रो न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल, जीरो माइल, भूतनाथ, खेमनीचक और मलाही पकड़ी स्टेशनों पर रुकेगी, हालांकि फिलहाल खेमनीचक स्टेशन पर मेट्रो नहीं रुकेगी क्योंकि यह इंटरचेंज स्टेशन है और अभी निर्माणाधीन है। छोटी मेट्रो ट्रेन के चलते ऊर्जा की खपत कम होगी, जिससे पर्यावरण के अनुकूल और कम लागत वाली शहरी परिवहन प्रणाली की दिशा में यह एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
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