Pandit Dheerendra Shastri:
मुंबई,एजेंसियां। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरपर्सन मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी इन दिनों जामनगर से द्वारका स्थित द्वारकाधीश मंदिर तक 130 किलोमीटर की पदयात्रा पर निकले हुए हैं। अनंत हर दिन करीब 20 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए इस यात्रा को अर्पित कर रहे हैं। यह यात्रा पूरी तरह से भक्ति से प्रेरित है और अनंत इसे भगवान कृष्ण को अपनी शरीर, मन और आत्मा समर्पित करने के रूप में देख रहे हैं।
Pandit Dheerendra Shastri: इस पदयात्रा का उद्देश्य
अनंत अंबानी की इस पदयात्रा का उद्देश्य केवल भक्ति नहीं, बल्कि ईश्वर की खोज और आत्मसमर्पण भी है। खास बात यह है कि अनंत इस यात्रा के दौरान कुशिंग सिंड्रोम और मोटापे जैसी स्वास्थ्य चुनौतियों से जूझते हुए यात्रा कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, उन्हें अस्थमा और फाइब्रोसिस जैसी पुरानी बीमारियों का भी सामना है। इन कठिनाइयों के बावजूद, अनंत का मानना है कि यह यात्रा आस्था और भक्ति का प्रतीक है, न कि किसी शक्ति को साबित करने का प्रयास।
Pandit Dheerendra Shastri: बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भी हुए शामिल
इस यात्रा में बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भी अनंत के साथ शामिल हुए हैं। उन्होंने अनंत अंबानी को प्रेरणा का स्रोत बताते हुए कहा कि आज के युवाओं को अपने जीवन में सनातन धर्म और भक्ति के लिए समर्पित होना चाहिए। अनंत इस यात्रा में केवल नारियल पानी पर निर्भर हैं, और उनका मानना है कि भक्ति और अनुशासन के बिना यह यात्रा संभव नहीं होती।
Pandit Dheerendra Shastri : मैं समर्पण को चुनूंगा, न कि गर्व
अनंत की यह यात्रा अब एक बड़े समूह में बदल गई है, जिसमें उनके मित्र, सहकर्मी, पंडित और आम लोग भी शामिल हो रहे हैं। अनंत ने कहा, “मैं अपना विश्वास दिखाने के लिए दर्द सहन करूंगा और असुविधा को सहन करूंगा। मैं समर्पण को चुनूंगा, न कि गर्व।” इस यात्रा के माध्यम से अनंत अंबानी एक महत्वपूर्ण संदेश दे रहे हैं, जिसमें भक्ति को जीवन का मार्गदर्शक बनने देना और विश्वास के साथ कठिनाइयों को पार करना शामिल है।
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