राज्यकर्मियों का बढ़ा परिवहन भत्ता
रांची, एजेंसियां। झारखंड में पंचायत सेवक अब पंचायत सहायक के नाम से जाने जायेंगे। इसे झारखंड कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है।
मंगलवार को प्रोजेक्ट भवन में कैबिनेट की बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता सीएम चंपाई सोरेन ने की। बैठक में मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना को कैबिनेट ने मंजूरी प्रदान की है।
साथ ही पंचायत स्वयंसेवक को पंचायत सहायक का नाम दिया गया है। साथ ही अब पंचायत सहायकों को 2500 रुपये का मानदेय और स्टाइपेंड देने का भी निर्णय लिया गया। इसके अलावा बैठक में 30 प्रस्तावों पर मुहर लगी है।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना से बीपीएल को जोड़ा गया है। इसके लिए झारखंड के 11 और राज्य के बाहर के 20 तीर्थ स्थानों को जोड़ा गया है। अब राज्य के गरीब भी इन तीर्थ स्थलों की यात्रा कर सकेंगे।
इसके साथ ही स्कूली बच्चों को पुस्तकों के लिए मिलने वाली राशि में भी बढ़ोतरी की गई है। क्लास 9-12 के बच्चों को मिलने वाली राशि में वृद्धि की गई है।
अब बच्चों को पुस्तक खरीदने के लिए 750 रुपये के बदले 902 रुपये दिये जाएंगे। इसके अलावा चतरा-रांची पथ के जीर्णोंद्धार के लिए राशि मंजूर की गई है।
साथ ही नई दिल्ली के नए झारखंड भवन के लिए 105.29 करोड़ की स्वीकृति दी गई है। न्यू झारखंड भवन के लिए 105 करोड़ की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है।
राज्य सरकार के कर्मचारियों और अधिकारियों के परिवहन भत्ते में बढ़ोतरी की गई है। राज्यकर्मियों के लिए परिवहन भत्ते में संशोधन किया गया है।
मुसाबनी से ओड़िशा के लिए 35 करोड़ रुपए सड़क के लिए राशि की मंजूरी दी गई है। राज्य में 9 पॉलीटेक्निक कालेज का अब सरकार संचालन करेगी। प्रेझा फाउंडेशन की देखरेख में कालेजों का संचालन किया जायेगा।
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