Palamu JRG Bank scam:
पलामू। पलामू जिले की हुसैनाबाद पुलिस ने JRG बैंक दंगवार शाखा में बड़े बैंकिंग घोटाले का पर्दाफाश किया है। बैंक के पूर्व शाखा प्रबंधक मनोज कुमार सिंह को 6 करोड़ रुपये से अधिक के गबन के आरोप में गिरफ्तार किया गया। यह मामला तब उजागर हुआ जब बैंक के वर्तमान शाखा प्रबंधक आशीष रंजन ने शाखा में वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत दर्ज कराई।
क्या आया जांच में?
जांच में सामने आया कि मनोज सिंह ने बैंक में पदस्थ रहते हुए 11 महिला समूहों के नाम पर फर्जी लोन स्वीकृत किए। ग्राहकों की जानकारी के बिना उनके नाम से ऋण निकाले गए और STDR (सावधि जमा) खातों से भी फर्जी निकासी की गई। आरोपी ने ग्राहकों की पहचान का दुरुपयोग कर नए खाते खोले और जमा राशि को अपने या परिचितों के खातों में ट्रांसफर कर कैश निकासी की। कुछ मामलों में सीधे बैंक से नकद निकासी भी की गई।
अनुसंधान के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि मनोज सिंह ने कुल ₹6,03,34,245 रुपये का गबन किया, जिसमें से आरोपी ने जांच के दबाव में ₹4,66,89,942 रुपये वापस कर दिए।
SDPO ने किया SIT का गठन
घोटाले की गंभीरता को देखते हुए पलामू के SDPO एस मो याकुब के नेतृत्व में एक SIT का गठन किया गया। टीम ने तकनीकी निगरानी और ठोस सबूतों के आधार पर आरोपी का लोकेशन ट्रेस किया। इसके बाद 16 अक्टूबर 2025 को बिहार के सासाराम से मनोज सिंह को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
कहां है ये मामला ?
यह मामला पलामू जिले में बैंकिंग सुरक्षा और वित्तीय पारदर्शिता की दिशा में एक चेतावनी साबित होता है। अधिकारियों ने यह भी कहा कि भविष्य में ऐसे वित्तीय अनियमितताओं की रोकथाम के लिए बैंकिंग प्रक्रियाओं की कड़ी निगरानी की जाएगी।इस गिरफ्तारी से बैंक कर्मचारियों और ग्राहकों के बीच चेतना बढ़ाने का भी प्रयास किया जा रहा है, ताकि भविष्य में फर्जी खातों और लोन के मामलों से बचा जा सके।
इसे भी पढ़ें
RBI की मौद्रिक नीति समिति की बैठक शुरू, क्या फिर घटेगी रेपो रेट?