Visa-free entry:
इस्लामाबाद, एजेंसियां। पाकिस्तान और बांग्लादेश ने राजनयिक और आधिकारिक पासपोर्ट धारकों के लिए वीजा-फ्री एंट्री का समझौता किया है। ढाका में दोनों देशों के गृह मंत्रियों के बीच हुई एक हाई-लेवल मीटिंग के बाद यह निर्णय लिया गया। हालांकि, वीजा-फ्री एंट्री की शुरुआत की तारीख का खुलासा नहीं किया गया है। इस समझौते के तहत दोनों देशों के अधिकारियों के लिए यात्रा में आसानी होगी, जो उनके आपसी सुरक्षा और सहयोग को बढ़ावा देगा।
सुरक्षा और पुलिस प्रशिक्षण में सहयोग
दोनों देशों ने इस समझौते के साथ-साथ आंतरिक सुरक्षा और पुलिस प्रशिक्षण में सहयोग बढ़ाने पर भी सहमति जताई है। पाकिस्तान और बांग्लादेश के गृह मंत्रियों ने नशीली दवाओं और मानव तस्करी के खिलाफ संयुक्त प्रयासों पर चर्चा की और एक नई जॉइंट कमेटी बनाने का निर्णय लिया, जिसमें पाकिस्तान के गृह सचिव खुर्रम आगा नेतृत्व करेंगे।
भारत को बढ़ी चिंता
भारत को इस नए समझौते से सुरक्षा संबंधित चिंताएं उत्पन्न हो सकती हैं। वीजा-फ्री एंट्री से पाकिस्तान के अधिकारियों की बांग्लादेश में आसान पहुंच हो जाएगी, जिससे भारतीय सुरक्षा एजेंसियां चिंतित हैं कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और पाकिस्तानी जासूसों की गतिविधियां बढ़ सकती हैं। भारत को डर है कि यह कदम बांग्लादेश में भारत-विरोधी चरमपंथ को बढ़ावा दे सकता है, जो खासकर भारत के नॉर्थ-ईस्ट राज्यों में विद्रोही समूहों को समर्थन दे सकता है।
भारत-पाकिस्तान संबंधों में खटास के बाद सुधार की कोशिश
1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के बाद दोनों देशों के रिश्तों में लगातार खटास रही है। हालांकि, अब बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के साथ पाकिस्तान ने अपने संबंधों को पटरी पर लाने की कोशिशें तेज कर दी हैं। इस साल की शुरुआत में पाकिस्तान की विदेश सचिव आमना बलूच ने ढाका का दौरा किया था, जिसे दोनों देशों के रिश्तों में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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