Nitish Kumar:
पटना, एजेंसियां। बिहार विधानसभा का मॉनसून सत्र 21 जुलाई से शुरू हो गया है और यह पांच दिन तक चलेगा। विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने सदन को संबोधित करते हुए सत्र की शुरुआत की। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा, संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान समेत सभी राजनीतिक दलों के नेता सदन में मौजूद रहे। हालांकि सत्र की शुरुआत होते ही विपक्षी दलों ने सदन में जोरदार हंगामा शुरू कर दिया।
विपक्ष के नेताओं ने कई मुद्दों को लेकर की आलोचना
विपक्ष के नेताओं ने कई मुद्दों को लेकर सरकार की नीतियों और प्रशासनिक कार्यशैली की तीखी आलोचना की। विपक्ष ने एसआईआर (Special Infrastructure Regulation) के खिलाफ भाकपा माले के विधायकों ने काले कपड़े पहनकर विरोध प्रदर्शन किया। विपक्ष का कहना था कि बिहार में बढ़ते अपराध और अन्य सामाजिक समस्याओं को लेकर सरकार लापरवाह है। राजद विधायक राकेश रौशन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका एकबाल खत्म हो चुका है और अब उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सदन से बहार निकले
विपक्षी नेताओं के हंगामे के कारण विधानसभा अध्यक्ष बार-बार सदस्यों को शांति बनाए रखने और बैठने का निर्देश देते रहे। लेकिन जब हंगामा थमने का नाम नहीं लिया, तब सदन की कार्रवाई को स्थगित कर दिया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सदन से बाहर निकल गए।इस सत्र में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होनी है, जिसमें राज्य के विकास कार्य, कानून-व्यवस्था की स्थिति और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं पर समीक्षा शामिल है। लेकिन विपक्ष के इस तरह के प्रदर्शनों से सत्र के कामकाज प्रभावित होने की संभावना जताई जा रही है। आगामी दिनों में सदन में राजनीतिक बहस और तीव्रता बढ़ने की पूरी उम्मीद है।
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