OpenAI parental controls:
नई दिल्ली, एजेंसियां। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी ओपनएआई ने ChatGPT में बड़े बदलाव किए हैं, खासतौर पर 13 से 18 साल के यूजर्स के लिए। अब माता-पिता अपने बच्चों की चैटिंग पर नजर रख सकते हैं और संवेदनशील कंटेंट या आत्महत्या जैसे खतरनाक प्रॉम्प्ट्स पर तुरंत अलर्ट पा सकेंगे।
मानवीय निगरानी:
अगर कोई किशोर आत्महत्या या खुद को नुकसान पहुंचाने जैसी बातें करता है, तो मानव मॉडरेटर जांच करेंगे और स्थिति गंभीर होने पर माता-पिता को ईमेल, एसएमएस या नोटिफिकेशन से जानकारी दी जाएगी। ग्राफिक, हिंसक, यौन या वायरल चैलेंज कंटेंट ब्लॉक होगा। इसके अलावा चैटिंग के लिए समय सीमा तय करना, वॉइस मोड और इमेज जेनरेशन बंद करना, बच्चों का डेटा AI ट्रेनिंग से बाहर रखना, और बॉट की सेव की गई मेमोरी डिसेबल करना।
गोपनीयता का ध्यान
अलर्ट में बच्चों की चैट का पूरा कंटेंट साझा नहीं होगा। माता-पिता को विशेषज्ञों द्वारा बातचीत के सुझाव भी मिलेंगे।
क्यों जरूरी
किशोरों की ऑनलाइन सुरक्षा एआई प्लेटफॉर्म्स के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। यह पहल भविष्य में अन्य कंपनियों को भी सुरक्षा टूल्स अपनाने के लिए प्रेरित कर सकती है।
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