धुले, एजेंसियां : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि लोकसभा चुनाव में यदि उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो पांच ‘‘नारी न्याय गारंटी’ दी जाएगी जिनमें गरीब महिलाओं के बैंक खातों में एक लाख रुपये वार्षिक जमा किए जाने के साथ ही सरकारी नौकरियों में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा।
राहुल गांधी ने यह भी वादा किया कि मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आशा), आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और मध्याह्न भोजन योजनाओं में कार्यरत महिलाओं के लिए बजट में केंद्र सरकार की हिस्सेदारी दोगुनी हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करने और उनके मामले लड़ने के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा।
गांधी ने पांच गारंटियों के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि देश के हर जिले में महिलाओं के लिए सावित्रीबाई फुले छात्रावास स्थापित किए जाएंगे।
कांग्रेस नेता ने कहा कि वह अपनी पिछली भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कन्याकुमारी से श्रीनगर तक 4,000 किलोमीटर पैदल चले थे और उन्होंने लाखों लोगों से बातचीत की थी।
वायनाड से लोकसभा के सदस्य राहुल ने कहा, ‘किसानों, युवाओं और महिलाओं ने मुझे बताया कि हिंसा और नफरत अन्याय के कारण फैलती है, जिसके बाद ही मणिपुर से मुंबई तक की दूसरी यात्रा में ‘न्याय’ शब्द जोड़ा गया।’
राहुल ने दावा किया कि देश के उद्योगपतियों के 16 लाख करोड़ रुपये माफ किये गये, लेकिन किसानों और युवाओं का कर्ज नहीं माफ किया गया। उन्होंने कहा कि इससे बड़ा अन्याय और क्या हो सकता है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा ‘भागीदारी’ शब्द इस्तेमाल किये जाने का अर्थ है कि किसी भी निर्णय में सभी जातियों और समुदायों को शामिल किया जाए और उनकी आबादी के अनुसार ही संसाधनों का बंटवारा किया जाए।
गांधी ने यह भी दावा किया कि केंद्र सरकार ने लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को आरक्षण देने के नाम पर मूर्ख बनाया है। ये विधेयक संसद में तो पेश कर दिया गया है, लेकिन इसे लागू होने में 10 साल लगेंगे।
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