पिस्का नगड़ी । झारखंड विस्थापित जन कल्याण समिति के तत्वावधान में सोमवार को नगड़ी अंचल कार्यालय के समीप धरना दिया गया।
नगड़ी अंचलाधिकारी के द्वारा विस्थापितों को अतिक्रमणकारी कहने तथा घर और जमीन को खाली करने का नोटिस के विरोध में सैकड़ों नर नारियों के द्वारा एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया गया।
धरना स्थल में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए समिति के अध्यक्ष कुणाल शाहदेव ने कहा कि किसी भी हाल में यहां के आदिवासी, मूलवासी अपने घर जमीन को खाली नहीं करने देंगे।
इनके जमीन पर ताज जैसे कारपोरेट होटल का निर्माण किसी हाल में होने नहीं दिया जायेगा इसके लिए हमें जान भी देना पड़ेगा तो जान भी दे देंगे।
बताया गया कि वहां के चार आदिवासी विस्थापित परिवार – राज पहान,बरतू मुंडा, गोपाल उरांव और आशा तिर्की को अतिक्रमणकारी संबोधित कहकर नोटिस जारी किया गया है। इसके कारण भी लोग आक्रोशित हैं। धरना के पश्चात पांच सुत्री मांग पत्र अंचलाधिकारी को दिया गया।
इस अवसर पर उषा रानी, विंध्याचल महतो, कमलेश ओहदार सहित कई लोगों ने अपने विचार प्रकट किए।घरने की अध्यक्षता प्रेम प्रकाश शाहदेव तथा मंच संचालन दीपक बैठा ने किया।
धरना को सफल बनाने में अजय बैठा, महेंद्र मिर्घा, आशा देवी, सुमन देवी, संतराज प्रजापति, राकेश बैठा, मणीष केशरी, चिंटू उरांव, ननकू लोहरा, रामेश्वर महतो, कृष्ण मिर्घा, सरयू महतो, विनोद लोहरा, सोनू मिर्घा, रोहित बैठा, मणीष उरांव, जोसेफ लोहरा, सुजिता मुंडा, ऐता उरांव सहित सैकड़ों नर नारी उपस्थित थे।
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