नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी (आप) ने शनिवार को कहा कि देश में एक साथ चुनाव कराने से संसदीय लोकतंत्र के विचार और संविधान के बुनियादी ढांचे को नुकसान होगा।पार्टी के महासचिव पंकज गुप्ता ने उच्च स्तरीय समिति के सचिव नितेन चंद्र को 13 पेज का सिफारिश लेटर लिखा है।
आप ने पत्र के माध्यम से एक देश एक चुनाव का विरोध किया है। कहा कि एक साथ चुनाव संसदीय लोकतंत्र के विचार को नुकसान पहुंचाएंगे। यह दल-बदल और खरीद-फरोख्त को बढ़ावा देगा। आप ने कहा कि यह व्यवस्था त्रिशंकु विधायिका से निपटने में सक्षम नहीं होगी।
आप ने कहा कि संकीर्ण वित्तीय लाभ और प्रशासनिक सुविधा के लिए संविधान और लोकतंत्र के सिद्धांतों का बलिदान नहीं किया जा सकता है। पार्टी ने कहा, ‘एक साथ इलेक्शन कराने से जो लागत बचाने की कोशिश की जा रही है। वह भारत सरकार के सालाना बजट का 0.1 प्रतिशत है।’
उन्होंने कहा कि वन नेशन, वन इलेक्शन से भारतीय बहुदलीय प्रणाली पर हानिकारक प्रभाव पड़ेगा। कई राजनीतिक दल उन लोगों के आवाज का प्रतिनिधित्व करने के लिए उभरी हैं, जो हाशिए पर थे। आप का मानना है कि ओएनओई राष्ट्रीय एजेंडे के लिए खतरा है।
संघ स्तर पर शासन करने वाली पार्टी को क्षेत्रीय दलों और राज्यों में केंद्र- सत्तारूढ़ पार्टी से लड़ने वाले अन्य दलों पर अनुचित लाभ मिलता है।
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