पटना, एजेंसियां।राजनीति के रंग ऐसा है कि हर कोई इस रंग में रंगना चाहता है। कोई भी इससे बच नहीं पाता है। कुछ यही आलम दिख रहा है बिहार के सीएम नीतीश कुमार के पुत्र निशांत कुमार का। वो भी इस राजनीति के रंग में रंगने की तैयारी में जुट गये हैं।
इसका आधार उनके कुछ बयान है। उम्र के 50वें बसंत में पहुंचे निशांत कभी भी राजनीति चर्चा में नहीं रहे। इंजीनियरिंग की पढ़ाई तक वो किसी चर्चा में नजर नहीं आये। वे अपने पिता नीतीश कुमार के साथ सरकारी आवास में ही रहते हैं और किसी ने उनके मुंह से राजनीति की बात नहीं सुनी है।
बिहार की राजनीति में जुड़ा एक और नाम
बिहार की राजनीति में अभी तक दो ही नाम सबसे अधिक चर्चा में है। इसमें सबसे पहले सीएम नीतीश कुमार और दूसरा लालू पुत्र और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का। लेकिन नये वर्ष के शुरूआती महीने से एक और नाम चर्चा में जुड़ गया है।
यह नाम है नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार का। पिता की सियासी विरासत उनके संभालने की चर्चा है। हालांकि इसकी पुष्टि न तो वे खुद कर रहे हैं और न ही उनके पिता।
वहीं उनके नाम की चर्चा तब हुई जब वे अपने पिता के साथ दादा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि के लिए पहुंचे। पहली बार उन्होंने अपने पिता को वोट देने की अपील की। कहा कि उनके पिता ने बिहार के विकास के लिए काफी काम किया है।
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