नई दिल्ली, एजेंसियां। देश के बुजुर्गों के लिए अच्छी खबर है। इंश्योरेंस सेक्टर रेग्युलेटर (इरडा) ने बुजुर्गों के लिए अहम फैसला लिया है।
अब 65 साल से अधिक उम्र के सीनियर सिटीजन स्वास्थ्य से जुड़े समस्या को लेकर जागरुक होंगे।
दरअसल, इरडा ने स्वास्थ्य बीमा लेने के लिए पुराने नियमों में बदलाव किया है। नये नियम के तहत अब 65 साल से अधिक की उम्र के बुजर्गों का भी हेल्थ इंश्योरेंस हो सकेगा।
इस फैसले से उन्हें बुढ़ापे के इलाज में बड़ा सहयोग मिलेगा। वही, इरडा ने अधिकतम उम्र की सीमा हटाकर हेल्थकेयर सिस्टम सब तक पहुंचे, इसे लेकर यह फैसला लिया है। इसके बाद अब कोई भी आसानी से हेल्थ इंश्योरेंस प्लान खरीद सकेगा।
इसके साथ ही अचानक ही आने वाली स्वास्थ्य संबंधी समस्या के खर्चों से भी राहत मिलेगी। इरडा के नए नियम एक अप्रैल से लागू हो चुके हैं।
वही, इरडा ने बीमा कंपनियों से वैसे लोगों के लिए भी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी डिजाइन करने को कहा है, जिन्हें पहले से कोई बीमारी है।
नई पॉलिसी में कैंसर, हार्ट , किडनी फेल और एड्स जैसी गंभीर बीमारी वाले मरीजों के लिए यह सुविधा नहीं होगी।
बीमा नियमों में हुए ये बदलाव
पहले 65 साल से अधिक उम्र के सीनियर सिटीजन हेल्थ इंश्योरेंस नहीं ले सकते थे। जब हॉस्पिटल जाना पड़ता है, तो कई बार इनकी जीवनभर की कमाई और सेविंग हॉस्पिटल के बिल चुकाने में चली जाती है।
इसे देखते हुए इरडा ने हेल्थ इंश्योरेंस सेक्टर को व्यापक और लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए पॉलिसी में बदलाव किया है।
इसके तहत अब 65 साल की एज लिमिट को खत्म कर दिया गया है। इससे अब किसी भी उम्र में हेल्थ इंश्योरेंस खरीदना आसान होगा।
इसके साथ ही देश में अधिक से अधिक लोगों को अस्पताल के अप्रत्याशित खर्चों से बचाने में मददगार साबित होगा।
अनलिमिटेड कवरेज आयुष से इलाज करने पर
इरडा के आदेश अनुसार अधिक प्रीमियम वाली पॉलिसी के लिए बीमा कंपनियां ग्राहकों को ईएमआई का ऑप्शन दें।
वही, आयुष (आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी) से इलाज कराने पर कवरेज की कोई सीमा नहीं होगी।
ये बीमा कवरेज के बराबर ही होगा। इसके साथ ही पॉलिसी इन्हें प्रीमियम भरने के लिए इंस्टालमेंट का विकल्प भी दिया जा सकेगा।
जनरल और हेल्थ इंश्योरेंस देने वाली कंपनियां अब ट्रेवल पॉलिसी भी दे सकेंगी।
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