Gold hallmark verification:
नई दिल्ली, एजेंसियां। धनतेरस और दिवाली के मौके पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है, लेकिन कई बार लोग अनजाने में नकली या कम शुद्ध सोना खरीद लेते हैं। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) ने BIS Care नाम का मोबाइल एप लॉन्च किया है, जिससे अब घर बैठे ही सोने की शुद्धता और हॉलमार्क की जांच की जा सकती है।
कैसे करें जांच ?
हर असली आभूषण पर अब 6 अंकों का हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन (HUID) नंबर होता है। इसे एप में डालकर सोने की शुद्धता (प्योरिटी), ज्वेलर का नाम और पंजीकरण नंबर, हॉलमार्किंग सेंटर की जानकारी और हॉलमार्किंग की तारीख जैसी पूरी जानकारी हासिल की जा सकती है। यदि एप में दी गई जानकारी आपके बिल या ज्वेलरी से मेल नहीं खाती, तो आप वहीं शिकायत भी दर्ज कर सकते हैं।
BIS हॉलमार्क चार निशानों से बना होता है:
BIS लोगो, प्योरिटी मार्क (जैसे 22 कैरेट के लिए ‘916’), हॉलमार्किंग सेंटर कोड और ज्वेलर्स कोड। यह उपभोक्ताओं को शुद्ध सोना खरीदने की गारंटी और ठगी से सुरक्षा प्रदान करता है।
इसके अलावा, घर पर कुछ आसान तरीके भी हैं जिससे सोने की शुद्धता का अंदाजा लगाया जा सकता है। मैग्नेट टेस्ट, सिरेमिक टेस्ट, सिरका टेस्ट और डेंसिटी टेस्ट जैसे उपायों से असली और नकली सोना अलग किया जा सकता है। हालांकि, नकली स्टैम्प की संभावना के कारण BIS Care एप से वेरिफिकेशन करना सबसे भरोसेमंद तरीका है।
इस धनतेरस और दिवाली पर सोना खरीदने से पहले BIS हॉलमार्क और HUID नंबर की जांच करना जरूरी है, ताकि आपकी खुशियों की चमक असली सोने जैसी बनी रहे।
इसे भी पढ़ें
Gold hallmarking: सोने की हॉलमार्किंग में नया नियम, अब 9 कैरेट सोने पर भी हॉलमार्किंग जरूरी