शाम को शपथ ले सकते हैं शपथ
पटना। बिहार में सत्ता पलट गई है। 17 माह पहले नीतीश कुमार और लालू प्रसाद के के गठजोड़ से बना गठबंधन टूट गया है। आज यानी रविवार 28 जनवरी को नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देते हुए अब भाजपा के समर्थन से सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है।
इसके बाद से बिहार की सियासत में गहमागहमी देखी जा रही है। नीतीश कुमार ने करीब 11 बजे राज्यपाल को इस्तीफा सौंपा। नीतीश ने भाजपा का समर्थन पत्र देकर सरकार बनाने की बात कही। इसके बाद वह राजभवन के करीब 11.20 बजे निकल गये।
इससे पहले सीएम हाउस में नीतीश की पार्टी के सांसदों और विधायकों के साथ मीटिंग हुई थी। यहां नीतीश ने अपने इस्तीफे का ऐलान किया। कहा जा रहा है कि आज ही शाम को ही शपथ ग्रहण हो सकता है।
मैंने I.N.D.I.A. को छोड़ दिया है: नीतीश
यह भी चर्चा है कि नीतीश कुमार 2 डिप्टी सीएम के साथ शपथ लेंगे। इसमें से एक डिप्टी सीएम भाजपा से हो सकता है, जबकि चिराग पासवान दूसरे डिप्टी सीएम हो सकते हैं। राजभवन से निकलने के बाद नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि गठबंधन सरकार में कामकाज ठीक नहीं चल रहा था।
मैं काम कर रहा था, पर मुझे काम नहीं करने दिया जा रहा था। लोगों में उस सरकार को लेकर काफी नाराजगी थी। इस वजह से उन्होंने I.N.D.I.A. को छोड़ दिया। कहा जा रहा है कि भाजपा-जेडीयू की तरफ से 14-14 मंत्री शपथ ले सकते हैं।
जीतन राम मांझी की पार्टी ने भी 2 मंत्री पद की मांग की है। शपथ समारोह में गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल हो सकते हैं। नड्डा 3 बजे पटना पहुंच रहे हैं।
वहीं जेडीयू के तमाम नेता बीजेपी दफ्तर पहुंच गये हैं। वे यहां भाजपा नेताओं के साथ सीएम हाउस जायेंगे। वहां पोर्टफोलियो और मंत्रिमंडल को लेकर बातचीत होगी। भाजपा विधायक कुछ देर में सीएम हाउस पहुंचेंगे।
537 दिन बाद फिर नीतीश का इस्तीफा
नीतीश कुमार ने 537 दिन बाद आज 28 जनवरी 2024 को एक बार फिर राज्यपाल को अपना इस्तीफा दे दिया। उन्होंने पिछली बार 9 अगस्त 2022 को राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा था। इसके बाद राजद-कांग्रेस गठबंधन के साथ मिलकर महागठबंधन सरकार बनाई थी।
इसके पहले नीतीश कुमार ने 1840 दिनों तक भाजपा के साथ सरकार चलाई थी। उन्होंने 26 जुलाई 2017 को अपना इस्तीफा राज्यपाल को दिया था। तब वो राजद-कांग्रेस गठबंधन से अलग हुए थे।
इसके भी पहले नीतीश कुमार ने 1502 दिन आरजेडी-कांग्रेस गठबंधन के साथ सरकार चलाई थी। तब वे 16 जून 2013 को भाजपा के नेतृत्व वाली NDA सरकार से अलग हुए थे।
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