2025 तक हर शहर में 50 स्लीपर सेल बनाने की थी योजना
रांची। NIA ने 7 ISIS आतंकवादियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है। ये सभी आतंकी उत्तर प्रदेश में स्लीपर सेल स्थापित करने की फिराक में थे।
इस आरोप पत्र कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इन सातों आरोपियों को एनआईए ने गिरफ्तार किया था।
आरोपियों पर “आतंकवादी स्लीपर सेल के रूप में काम करने के लिए कमजोर युवाओं को मुजाहिदीन के रूप में भर्ती करने और कट्टरपंथी बनाने” का आरोप है।
ये लोग 2025 तक भारत के प्रत्येक जिले में 50 ऐसे स्लीपर सेल तैयार करने की आईएसआईएस की साजिश का हिस्सा थे।
आरोपी भारत सरकार के खिलाफ जिहाद छेड़कर भारत में खलीफा व्यवस्था स्थापित करने के आईएसआईएस के लक्ष्य को आगे बढ़ाने के लिए विस्फोटक बनाने में भी शामिल थे।
एनआईए ने कहा कि ये लोग ईएसआईएस विचारधारा के प्रचार में सक्रिय रूप से शामिल थे। जिन आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है। उसमें हजारीबाग का भी शहनवाज भी शामिल है।
कर्नाटक के बेल्लारी में ट्रायल ब्लास्ट को अंजाम दे चुके हैं
7 आतंकियों में हजारीबाग के शाहनवाज के अलावा मोहम्मद मुनीरुद्दीन, सैयद समीर, मोहम्मद मुजम्मिल, अनस इकबाल शेख और शायान रहमान उर्फ हुसैन शामिल है।
जांच में पता चला है कि इन आरोपियों द्वारा तैयार किए गए तात्कालिक विस्फोटक उपकरण देश के विभिन्न हिस्सों में आतंकवादी हिंसा फैलाने के लिए थे।
आरोपी पहले ही कर्नाटक के बेल्लारी में एक ट्रायल ब्लास्ट को अंजाम दे चुका थे और अन्य कमजोर युवाओं के साथ जिहाद से संबंधित डिजिटल दस्तावेज और डेटा भी साझा कर रहे थे।
इनके पास से विस्फोटक सामग्री, तेज धार वाले हथियार और डिजिटल डिवाइस जब्त किए गये थे।
पेशे से इंजीनियर है शाहनवाज
आतंकी शाहनवाज पेशे से इंजीनियर है। मोटरसाइकिल की चोरी की कोशिश के दौरान पुणे पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था।
जांच में उसका आतंकियों से संपर्क में होने का खुलासा हुआ था। शाहनवाज मूल रूप से झारखंड के हजारीबाग जिले के पेलावल का रहने वाला है।
उसने गुजरात की रहने वाली बसंती पटेल नाम की एक महिला से शादी की थी। बाद में पत्नी का धर्म परिवर्तन करवाया और फिर उसका नाम मरियम रखा।
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