कोलकाता, एजेंसियां। कोलकाता में NEET UG एग्जाम में मेरिट लिस्ट में पैसों के बदले कैंडिडेट का नाम जोड़ने का मामला सामने आया है।
आरोपी ने स्टूडेंट के पेरेंट्स से मेरिट लिस्ट में नाम जोड़ने और कॉलेज में मेडिकल सीट देने के लिए 5 से 12 लाख रुपए तक की रकम वसूली है।
पश्चिम बंगाल पुलिस ने आरोपी को 25 जून को देर रात गिरफ्तार किया।
हजारीबाग में बैंक ले जाते समय गायब किये गये पेपर
NEET पेपर लीक मामले में CBI की जांच जारी है। बिहार EOU की रिपोर्ट के मुताबिक झारखंड के हजारीबाग में क्वेश्चन पेपर के रखरखाव और रिसीविंग में लापरवाही हुई है। क्वेश्चन पेपर्स को 3 मई को कूरियर कंपनी के जरिए दिल्ली से रांची फ्लाइट से भेजा गया।
कूरियर कंपनी के बाहर ही छोड़ दिये गये थे पेपर
एयरपोर्ट से क्वेश्चन पेपर सीधे SBI बैंक की ब्रांच में पहुंचने चाहिए थे, लेकिन इन्हें कूरियर कंपनी के बाहर ही छोड़ दिया।
इसके बाद कूरियर कंपनी के ई रिक्शा की मदद से पेपर्स को बैंक तक ले जाया गया। कूरियर कंपनी और बैंक के बीच क्वेश्चन पेपर लीक होने का शक है।
हजारीबाग के स्कूल प्रिंसिपल और स्टाफ घेरे में
बिहार EOU की जांच की रिपोर्ट के मुताबिक पेपर लीक कराने में हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल, ऑब्जर्वर और सेंटर इनचार्ज की भूमिका हो सकती है।
दरअसल, क्वेश्चन पेपर का ऑटोमैटिक डिजिटल बॉक्स नहीं खुला। वहीं, जिस बैग में क्वेश्चन पेपर का बॉक्स था, वह नीचे से फटा हुआ था। ऐसे में अंदेशा है कि बॉक्स से रास्ते में कहीं छेड़छाड़ की गई हो।
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