दिनांक -09 अगस्त 2024
दिन – शुक्रवार
विक्रम संवत – 2081
शक संवत -1946
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – वर्षा ॠतु
मास – श्रावण
पक्ष – शुक्ल
तिथि – पंचमी 10 अगस्त रात्रि 03:14 तक तत्पश्चात षष्ठी
नक्षत्र – हस्त 10 अगस्त रात्रि 02:44 तक तत्पश्चात चित्रा
योग – सिद्ध दोपहर 01:46 तक तत्पश्चात साध्य
राहुकाल – सुबह 11:07 से दोपहर 12:44 तक
सूर्योदय -05:26
सूर्यास्त- 06:11
दिशाशूल – पश्चिम दिशा मे
व्रत पर्व विवरण-नाग पंचमी
विशेष – पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
मनोकामना पूर्ति के लिए सावन मास मे शिवजी का इनमे से करे कोई भी उपाय
नागपंचमी
श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नागपंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस पर्व पर प्रमुख नाग मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है और भक्त नागदेवता के दर्शन व पूजा करते हैं।
सिर्फ मंदिरों में ही नहीं बल्कि घर-घर में इस दिन नागदेवता की पूजा करने का विधान है।
ऐसी मान्यता है कि जो भी इस दिन श्रद्धा व भक्ति से नागदेवता का पूजन करता है उसे व उसके परिवार को कभी भी सर्प भय नहीं होता।
इस बार यह पर्व 09 अगस्त, शुक्रवार को है। इस दिन नागदेवता की पूजा की जाती है।
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