Telegram founder :
नई दिल्ली, एजेंसियां। टेलीग्राम के संस्थापक और अरबपति उद्यमी पावेल ड्यूरोव ने हाल ही में एक चौंकाने वाला और भावनात्मक फैसला लिया है। उन्होंने घोषणा की है कि वे अपनी कुल संपत्ति लगभग 20 अरब डॉलर (1.67 लाख करोड़ रुपये) उन 100 बच्चों को देंगे जो स्पर्म डोनेशन से जन्मे हैं। यह खुलासा उन्होंने फ्रांस की एक पत्रिका Le Point को दिए इंटरव्यू में किया।
Telegram founder :ड्यूरोव ने बताया
ड्यूरोव ने बताया कि उन्होंने 15 साल पहले एक दोस्त की मदद के लिए स्पर्म डोनेट करना शुरू किया था और तब से 12 अलग-अलग देशों में उनके स्पर्म डोनेशन से 100 से अधिक बच्चे पैदा हो चुके हैं। वे इन सभी बच्चों को अपना मानते हैं और चाहते हैं कि उनकी संपत्ति इन बच्चों के बीच बराबरी से बंटे। उन्होंने हाल ही में अपनी वसीयत तैयार की है जिसमें लिखा है कि उनके जैविक बच्चे (जो उनके पार्टनर से पैदा हुए हैं) अगले 30 सालों तक उनकी संपत्ति का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। ड्यूरोव का मानना है कि उनके बच्चों को मेहनत से अपनी जिंदगी बनानी चाहिए, बजाय विरासत पर निर्भर रहने के।
Telegram founder :मेरे लिए ये सभी बच्चे बराबर
ड्यूरोव ने कहा, “मेरे लिए ये सभी बच्चे बराबर हैं। यह फर्क नहीं पड़ता कि वे किस तरह जन्मे। मैं चाहता हूं कि मेरी संपत्ति का इस्तेमाल वे करें जिन्हें मैंने जन्म देने में मदद की और जो शायद इस दुनिया में किसी सहारे की सबसे ज्यादा जरूरत रखते हैं।” साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि उनकी मृत्यु के बाद टेलीग्राम को कोई निजी कंपनी नहीं चलाएगी, बल्कि एक नॉन-प्रॉफिट फाउंडेशन इसे संभालेगा, ताकि प्लेटफॉर्म की स्वतंत्रता बनी रहे।
Telegram founder :क्या है मामला ?
गौरतलब है कि पावेल ड्यूरोव अक्सर अभिव्यक्ति की आज़ादी और निजता के पैरोकार रहे हैं, जिस वजह से उन्हें कई देशों से राजनीतिक विरोध भी झेलना पड़ा है। फ्रांस में उन पर गैरकानूनी कंटेंट को बढ़ावा देने के आरोप भी लगे हैं, जिन्हें उन्होंने सिरे से खारिज कर दिया। ड्यूरोव का यह मानवीय और अनोखा कदम अब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है कुछ इसे क्रांतिकारी सोच बता रहे हैं, तो कुछ इसे विरासत की परिभाषा को बदलने वाला फैसला मान रहे हैं।
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